अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे ने हवाई सुरक्षा नियमों पर एक बार फिर से ध्यान खींच लिया है. अक्सर लोग जानकारी के अभाव में कुछ ऐसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अपने साथ ले जाते हैं जो विमान यात्रा के दौरान खतरनाक साबित हो सकते हैं. ये गैजेट्स न सिर्फ आपकी बल्कि विमान में सवार सैकड़ों यात्रियों की जान जोखिम में डाल सकते हैं.

यहाँ हम उन 4 प्रमुख गैजेट्स के बारे में बता रहे हैं जिन्हें हवाई जहाज़ में ले जाना या इस्तेमाल करना नियमों के ख़िलाफ़ माना जाता है और ये विमान यात्रा के लिए गंभीर ख़तरा क्यों बन सकते हैं:

1. अत्यधिक क्षमता वाले पावर बैंक (27000 mAh से ज़्यादा)

आजकल हर कोई पावर बैंक का इस्तेमाल करता है लेकिन हवाई यात्रा में इसकी क्षमता की एक सीमा होती है. यदि आपके पास 27000 mAh से ज़्यादा क्षमता वाला पावर बैंक है तो इसे साथ ले जाना बेहद जोखिम भरा हो सकता है. इतनी ज़्यादा क्षमता वाली लिथियम-आयन बैटरी से विमान में आग लगने का ख़तरा रहता है जो सीधे तौर पर विमान की सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित कर सकता है. आमतौर पर 10000 mAh या 20000 mAh तक के पावर बैंक ले जाने की अनुमति होती है लेकिन इससे ज़्यादा क्षमता वाले डिवाइस से बचना ही बेहतर है.

2. ई-सिगरेट और वेप डिवाइस

ई-सिगरेट और वेपिंग डिवाइस को प्लेन में ले जाना या इस्तेमाल करना दोनों ही ख़तरनाक माने जाते हैं. इनमें लिक्विड निकोटिन के साथ-साथ लिथियम बैटरी भी होती है. तापमान में बदलाव या दबाव के कारण ये बैटरियाँ फट सकती हैं या उनमें आग लग सकती है. कुछ एयरलाइंस इन्हें कैबिन बैग में ले जाने की अनुमति देती हैं लेकिन फ़्लाइट के दौरान इनका इस्तेमाल करना पूरी तरह से प्रतिबंधित है. इसलिए, यात्रा से पहले ही इन्हें छोड़ देना सबसे सुरक्षित विकल्प है.

3. स्मार्ट बैग जिनकी बैटरी नहीं निकलती

बाज़ार में अब ऐसे स्मार्ट बैग आ गए हैं जिनमें इन-बिल्ट चार्जिंग पोर्ट, जीपीएस और वज़न मापने जैसी सुविधाएँ होती हैं. लेकिन अगर इनमें लगी लिथियम बैटरी को अलग नहीं किया जा सकता तो ऐसे बैग्स को चेक-इन लगेज के रूप में ले जाना सख़्त मना है. इसका कारण यह है कि अगर बैग को कार्गो होल्ड में रखा गया और बैटरी में कोई गड़बड़ी हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है. यदि बैटरी को अलग किया जा सकता है तो उसे निकालकर अपने साथ कैबिन में ले जाना सुरक्षित माना जाता है.

4. बैटरी से चलने वाले अन्य अनजान गैजेट्स

कई बार लोग ऐसे गैजेट्स लेकर यात्रा पर निकल पड़ते हैं जिनमें छोटी लेकिन हाई-पावर बैटरी लगी होती है. इनमें कुछ ख़ास तरह के कैमरे, ड्रोन्स या हैंडहीटर्स शामिल हो सकते हैं. बिना जांचे इन डिवाइसों को साथ ले जाने से एयरपोर्ट सिक्योरिटी में परेशानी खड़ी हो सकती है. इसके अलावा यदि ये डिवाइसेज अनजाने में एक्टिव हो जाते हैं तो वे विमान की तकनीकी व्यवस्था को भी प्रभावित कर सकते हैं.

सुरक्षित यात्रा के लिए क्या करें?

हवाई यात्रा को आरामदायक और सुरक्षित बनाने की ज़िम्मेदारी सिर्फ एयरलाइंस की नहीं बल्कि हम यात्रियों की भी होती है. ऐसे में कुछ छोटे-छोटे नियमों का पालन करके हम बड़ी दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं:

  • हमेशा यात्रा से पहले एयरलाइन की वेबसाइट पर जाकर उनके बैगेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से जुड़े नियमों को ध्यान से पढ़ें.
  • बैटरी से चलने वाले किसी भी गैजेट को पैक करने से पहले सोचें कि क्या वह नियमों के अनुसार सुरक्षित है.
  • यदि किसी डिवाइस को साथ ले जाना ज़रूरी हो तो उसे मैनुअली बंद कर लें और यदि संभव हो तो उसकी बैटरी को अलग कर दें.

इन सुरक्षा नियमों का पालन कर आप अपनी और दूसरों की हवाई यात्रा को सुरक्षित बना सकते हैं.

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