उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को कुख्यात माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या किए जाने के मामले में सनसनीखेज दावा किया है। धर्मपाल सिंह का कहना है कि अतीक अहमद की हत्या करवाने के पीछे विपक्ष का हाथ है। अतीक व अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

चंदौसी में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, ”अतीक अहमद की हत्या कराने का काम विपक्ष का ही है। कुछ गंभीर राज खुलने वाले थे, इसलिए विपक्ष ने अतीक की हत्या करवा दी।” समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यूपी सरकार पर निशाना साधा था। इससे पहले अतीक के बेटे असद का भी यूपी के झांसी में एसटीएफ टीम द्वारा एनकाउंटर कर दिया गया था। उस एनकाउंटर पर भी सपा अध्यक्ष अखिलेश समेत विपक्षी दलों के नेताओं ने सवाल खड़े किए थे।

अतीक और अशरफ की हत्या के बाद अब शाइस्ता परवीन की तलाश की जा रही है। शाइस्ता अतीक की पत्नी है और उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रही है। इसके अलावा, बमबाज गुड्डू मुस्लिम को भी ढूंढा जा रहा है। दोनों का पता लगाने के लिए प्रयागराज समेत अन्य कई जिलों में पुलिस ड्रोन समेत अन्य तरीकों से सर्च ऑपरेशन चला रही है। अटकलें लगाई जा रही थीं कि शाइस्ता जल्द ही कोर्ट के सामने सरेंडर कर सकती है, लेकिन अतीक के वकील रहे विजय मिश्रा ने इन अटकलों को अफवाह बताकर खारिज कर दिया है। विजय मिश्रा का कहना है कि जब भी कोई सरेंडर करता है तो उसे पहले कोर्ट में एक ऐप्लीकेशन लगानी पड़ती है। शाइस्ता की ओर से अब तक ऐसी कोई भी ऐप्लीकेशन दायर नहीं की गई है।

वहीं, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों युवक महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे के नक्शेकदम पर चल रहे थे। ओवैसी ने अतीक और अशरफ के हत्यारों को ‘आतंकवादी’ करार दिया, जो एक आतंकवादी गुट का हिस्सा थे। हैदराबाद में एक सभा को संबोधित करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने सवाल किया कि अतीक और अशरफ के हत्यारों पर गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) क्यों नहीं लागू किया गया।

 

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights