वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर इस समय पूरे देश में चर्चा हो रही है। 2 सितंबर को केंद्र सरकार ने वन नेशन, वन इलेक्शन की कमेटी को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति बनाई गई है। इसके बाद से विपक्षी दलों के नेता वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन से केंद्र राष्ट्रपति को ज्यादा पावर देंगे और जहां विपक्ष की सरकार होगी उसकी सरकार गिराएंगे। विपक्ष की 1 साल में सरकार गिरा कर 4 साल राष्ट्रपति शासन लगाकर उस पर राज करेंगे।
वहीं, G-20 पर राकेश टिकैत ने कहा यह एक इंटरनेशनल प्रोग्राम है जो कभी किसी देश में होता है तो कभी किसी देश में। इस बार भारत देश होस्ट है। पूरी दुनिया में इसका बड़ा मैसेज जाता है। इसको लेकर हमारा कोई विरोध नहीं है। वहीं, विपक्षी गठबंधन पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को सड़क में आने की जरूरत है, घर में सोने से कम नहीं चलेगा और संघर्ष शुरू करना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा विपक्ष को मजबूत होना चाहिए अगर विपक्ष कमजोर होगा तो तानाशाहों का जन्म होगा। सबसे ज्यादा कब्जाधारी बीजेपी और संघ के लोग हैं इसे अपनी जमीनी बचाओ। विपक्षी गठबंधन इंडिया पर राकेश टिकैत ने कहा कि गठबंधन को एक होकर लड़ना पड़ेगा। विपक्ष को आंदोलन का रास्ता तैयार करना चाहिए। केंद्र सरकार की कमी हो तो उसको खड़े होकर प्रदर्शन करना चाहिए। आंसू गैस का गोला चला नहीं अभी मुद्दे बहुत हैं। मुद्दे केवल किसान संगठनों के ही नहीं और भी बहुत कुछ हैं।