अयोध्या के रौनाही थाना क्षेत्र के देवराकोट रेलवे स्टेशन के पास से गुजर रही वंदे भारत ट्रेन पर मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे पिता-पुत्रों ने दोनों तरफ से पथराव किया। इससे ट्रेन के अलग-अलग बोगी के चार शीशे चटक गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी आपस में पिता-पुत्र बताए गए हैं। पुलिस के अनुसार उक्त ट्रेन की चपेट में आकर हुई छह बकरियों की मौत से आरोपी झल्लाए थे, इसलिए उन्होंने घटना को अंजाम दिया है।
मंगलवार की सुबह वंदे भारत ट्रेन तीव्र गति से लखनऊ की तरफ जा रही थी कि जैसे ही करीब 0840 बजे सोहावल व देवराकोट रेलवे स्टेशन के बीच लखौरी गांव के पास पहुंची कि दोनों तरफ से पथराव होने लगा। ट्रेन में सवार यात्री इससे भयभीत हो गए और अफरा-तफरी मच गई। ट्रेन में सवार गोरखपुर के पुलिस स्कार्ट ने इसकी सूचना आरपीएफ व जीआरपी को दी। सूचना पर पहुंचे पुलिस व आरपीएफ के अधिकारियों ने मामले की जांच-पड़ताल की तो लखौरी निवासी मन्नू पासवान व उसके पुत्रों अजय कुमार और विजय कुमार को गिरफ्तार किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने बताया कि बीते नौ जुलाई को अयोध्या से लखनऊ जाते समय वंदे भारत ट्रेन की चपेट में आकर रौनाही थाना क्षेत्र के लखौरी निवासी मन्नू पासवान की छह बकरियों की कटकर मौत हो गई थी। घटना के बाद से वह आक्रोशित था। इसी झल्लाहट में आकर मंगलवार की सुबह जब वंदे भारत ट्रेन लखनऊ की तरफ जा रही थी। तभी मन्नू पासवान ने अपने पुत्रों अजय कुमार व विजय कुमार के साथ ट्रेन पर पथराव किया। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ की जा रही है।
वहीं, ट्रेन मैनेजर रितेश सिंह ने बताया कि चार खिड़कियों के शीशे चटके हैं, किसी यात्री को चोट नहीं आई है। पत्थर लगने से कोच संख्या सी-1, सी-3 और एग्जीक्यूटिव कोच के चार खिड़कियों के शीशे चटक गए हैं।