बीजेपी ने लोकसभा चुनाव को गंभीरता से लेते हुए। अपने संगठन में बदलाव किया है। भारतीय जनता पार्टी ने संगठन की रीढ़ माने जाने वाले मंडल अध्यक्षों की घोषणा कर दी है। पिछले चुनावों में अच्छी भूमिका निभाने वाले मण्डल अध्यक्षों को इनाम दिया गया है। झांसी महानगर जिला इकाई में शामिल झांसी और बबीना विधानसभा क्षेत्र के 12 मण्डल अध्यक्षों में से आधे यानी 6 मण्डल अध्यक्षों को दोबारा जिम्मेदारी दी गयी है, जबकि 6 मण्डल में चेहरे बदल दिए गए हैं।
भाजपा के मंडल अध्यक्षों पर बूथ इकाई के संयोजन में संगठन के कार्यों को घर-घर पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है। भाजपा के महानगर जिलाध्यक्ष हेमंत परिहार ने कानपुर-बुन्देलखण्ड क्षेत्रीय कार्यालय की संस्तुति के बाद मण्डल अध्यक्ष घोषित कर दिए। इसमें सिविल लाइन मंडल में नागेन्द्र पाल, शहर मंडल में अभिषेक जैन, सदर कैंट मंडल में अनिरुद्ध दुबे, रक्सा मण्डल में अरविंद राजपूत, बबीना ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष मनोज श्रीवास, बबीना कैंट मंडल में बलविंदर सिंह को दोबारा मण्डल अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा शिवाजी नगर मण्डल में दिलीप पुरी, सीपरी मंडल में संजीव पटैरिया, प्रेम नगर मंडल में निर्मल कुशवाहा, चिरगांव मंडल में हेमंत कुमार गुप्ता (खंताल), बड़ागांव मंडल में भारती शरण नायक, बरुआसागर मण्डल में हरिमोहन सोनी को मण्डल अध्यक्ष बनाया गया है।
सीपरी बाजार मण्डल अध्यक्ष का दायित्व पूर्व पार्षद संजीव पटेरिया को दिया गया है। पार्टी ने तीसरी बार उन पर विश्वास जताया है। वह 2012 में दीनदयाल नगर के मंडल अध्यक्ष बनाए गए थे, जिसके बाद 2016 में वह दूसरी बार मण्डल अध्यक्ष बने, लेकिन इस बार क्षेत्र का विस्तार करते हुए 12 वार्ड को शामिल कर सीपरी बाजार-दीनदयाल नगर को एक मण्डल बना दिया गया था, जिसका दायित्व संजीव को दिया गया। अब वह तीसरी बार इसी मण्डल के अध्यक्ष बनाए गए हैं।
मंडल अध्यक्षों की घोषणा और 50 प्रतिशत चेहरों में बदलाव के बाद अब कार्यकारिणी पदाधिकारियों की धड़कनें बढ़ गई है। आधे मण्डल अध्यक्ष बदले जाने पर अब अटकलें लगाई जा रही हैं कि कार्यकारिणी में भी 50 प्रतिशत तक बदलाव हो सकता है। लम्बे समय से कार्यकारिणी घोषित होने का इन्तजार किया जा रहा है। कुछ कार्यकर्ता कार्यकारिणी में स्थान बनाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं तो कुछ पद बचाने की उधेड़बुन में जुट गए हैं।