रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति का ऐलान किया। लगातार 9वीं बार आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह पहले की ही तरह 6.5 फीसदी पर ही बरकरार है।
महंगाई दर आरबीआई के लिए अभी भी प्राथमिक चिंता बनी हुई है। आरबीआई ने महंगाई दर को 4 फीसदी तक रखने का लक्ष्य रखा है, लेकिन अभी भी यह उससे अधिक है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025 के लिए महंगाई दर 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। खुदरा महंगाई दर जून में चार महीने के उच्चतम स्तर 5.08 प्रतिशत पर पहुंच गई।
बता दें कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) हर दो महीने में बैठक करती है और आरबीआई गवर्नर इन बैठकों के तीसरे दिन रेपो दर पर निर्णय की घोषणा करते हैं। रेपो दर महत्वपूर्ण है क्योंकि यह केंद्रीय बैंक द्वारा अन्य बैंकों को दिए जाने वाले लोन पर लिया जाने वाला ब्याज है। यह अर्थव्यवस्था में महंगाई और धन प्रवाह को प्रभावित करता है।