संदेशखाली में हिंदू महिलाओं के साथ हुए दुष्कर्म की घटना सामने आने के बाद रोज नए-नए खुलासे हो रहे है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकील ने शुक्रवार को अदालत से कहा कि 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले का आरोपी मास्टरमाइंड और फरार तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां को अगर अग्रिम जमानत दे दी जाएगी तो वह लंदन भाग सकता है। ईडी के वकील ने तर्क दिया कि शाहजहां इतना प्रभावशाली है कि हमले के दिन उसने संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमला शुरू करने के लिए केवल 15 मिनट के अंदर लगभग 3,000 लोगों की भीड़ जुटा ली थी।
ईडी के वकील ने कोर्ट को बताया कि हमें उसके मोबाइल फोन के टावर लोकेशन से पता चला कि जिस वक्त ED की टीम पर हमला हुआ वह उस वक्त अपने आवास पर था। हमला उसके सामने हुआ था। इससे पता चलता है कि वह इलाके में कितना प्रभावशाली है।” वहीं, अपने जवाबी तर्क में शाहजहां के वकील ने केंद्रीय एजेंसी के वकील द्वारा दी गई दलील को विरोधाभासी बताया।
शाहजहां जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग देने के लिए तैयार
शाहजहां के वकील ने पूछा, “एक तरफ, वे दावा कर रहे हैं कि मेरे मुवक्किल ने उस दिन हमले के लिए भीड़ जुटाई थी। जबकि वही स्थानीय लोगों की भीड़ अब संदेशखाली की सड़कों पर उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही है। यह कैसे संभव है, यह बिल्कुल विरोधाभासी बात है।”
जवाब में ईडी के वकील ने दलील दी कि अगर शाहजहां निर्दोष है तो हमले के दिन से ही फरार क्यों है?
इस पर शाहजहां के वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग देने के लिए तैयार है, बशर्ते उसे जबरन कार्रवाई न किए जाने का भरोसा मिले। इसके बाद जज ने फैसला सुरक्षित रख लिया।