वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा कि उसके पास 25,000-मजबूत सेना है जो ‘मरने के लिए तैयार’ है। कभी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का रसोइया रहे येवगेनी प्रिगोझिन ने कहा, “हमारे पास कई मकसद हैं, हम सभी मरने को तैयार हैं। हम अपनी मातृभूमि के लिए मर रहे हैं। हम रूसी लोगों के लिए मरने को तैयार हैं। हम रूसी लोगों को उनसे आजादी दिलाना चाहते हैं जो नागरिकों की हत्या कर रहे हैं।”
रूस में स्थानीय मीडिया ने पुष्टि की है कि सैन्य वर्दी में अज्ञात लोगों ने रोस्तोव-ऑन-डॉन में रूसी सेना के मुख्यालय को घेर लिया है। वैगनर लड़ाकों ने सैन्य मुख्यालय, शहर प्रशासन भवन, रूसी खुफिया (एफएसबी) कार्यालय और स्थानीय पुलिस स्टेशन को भी घेर रखा है। स्थानीय रूसी समाचार मीडिया आउटलेट्स का भी मानना है कि वैगनर ग्रुप के साथ रूसी सेना के कुछ ऐसे सैनिक हैं जिन्होंने अपनी टुकड़ी को छोड़ उनका साथ देने का वादा किया है।
रूस में तख्तापलट की बढ़ती आशंका के कारण वोरोनिश और लिपेत्स्क क्षेत्रों में रूसी खुफिया कार्यालयों को खाली करा लिया गया है। मॉस्को के दक्षिण में लिपेत्स्क क्षेत्र के गवर्नर इगोर आर्टामोनोव ने लोगों से शांत रहने और घर के अंदर रहने का आग्रह किया। एएफपी ने आर्टामोनोव के हवाले से कहा, “क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए निर्णय लिया गया है।” कई रूसी शहरों में कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।
स्वतंत्र समाचार मीडिया आउटलेट कह रहे हैं कि ऐसी संभावना है कि प्रिगोझिन रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और रूसी सैन्य प्रमुख वालेरी गेरासिमोव को उखाड़ फेंकना चाहता है। रोस्तोव के गवर्नर वासिली गोलुबेव ने भी सभी को शांत रहने और घर के अंदर रहने के लिए कहा। गोलूबेव ने कहा, “कानून प्रवर्तन एजेंसियां निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।” समाचार आउटलेट नेक्सटा ने रोस्तोव-ऑन-डॉन से कुछ वीडियो फुटेज शेयर किए हैं जिनमें दक्षिणी सैन्य जिले के मुख्यालय के बाहर मशीन-गन हाथ में लिए सैनिक अपनी पॉजिशन लेते दिख रहे हैं।
मीडिया रिपोर्टों की मानें तो खुद राष्ट्रपति पुतिन ने ही प्रिगोझिन को वैगनर ग्रुप की स्थापना करने में सहायता की थी। उन्होंने वैगनर ग्रुप को रूसी सेना से हथियार और ट्रेनिंग भी दिलवाई। कई रूसी शहरों को पार करते हुए वैगनर ग्रुप के लड़ाके मॉस्को की ओर बढ़ रहे हैं। क्रेमलिन और ड्यूमा की सुरक्षा में टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के साथ रूसी स्पेशल फोर्सेज के कमांडो को तैनात किया गया है।
वैगनर ग्रुप का विद्रोह अचानक शुरू नहीं हुआ है। कई महीनों से वैगनर प्रमुख प्रिगोझिन चेतावनी देता आ रहा है। येवगेनी प्रिगोझिन का दावा है कि रूसी सेना उसे खत्म करने पर तुली है और इसने वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमला किया था। कथित मिसाइल हमले के लिए वैगनर ने रूसी रक्षा मंत्रालय को जिम्मेदार ठहराया था।
इससे पहले मई में रूस की निजी सेना ‘वैगनर’ के प्रमुख ने दावा किया कि उसकी सेना ने बखमुत में लंबी खिंची लड़ाई में 20,000 से अधिक लड़ाकों को खो दिया। उसने कहा कि पूर्वी यूक्रेन में 15 महीने से जारी लड़ाई के लिए भर्ती किए गए 50,000 रूसी अपराधियों में से से लगभग 20 प्रतिशत मारे जा चुके हैं। वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि यूक्रेन के “विसैन्यीकरण” को लेकर रूसी आक्रमण का लक्ष्य उल्टा असर कर रहा है क्योंकि यूक्रेनी सेना अपने पश्चिमी सहयोगियों से मिले हथियारों और प्रशिक्षण के चलते मजबूत हो गई है।
इस बीच वैगनर ग्रुप ने कई बार दावा किया कि रूसी सेना उसकी कोई मदद नहीं कर रही है और रूसी रक्षा मंत्रालय जानबूझकर उन पर हमले कर रहा है। इन तमाम कारणों से बौखलाए प्रिगोझिन ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई। उसने कहा कि उसकी सेना बाधाओं और विमानों सहित किसी भी प्रतिरोध को नष्ट कर देगी। उसने कहा कि हममें से 25,000 लोग हैं और हम यह पता लगाने जा रहे हैं कि देश में इतनी अराजकता क्यों है।
समाचार मीडिया आउटलेट्स के अनुसार, प्रिगोझिन ने कहा, “जिन्होंने हमारे लड़कों को मारा, जिन्होंने हजारों रूसी सैनिकों के जीवन को तबाह कर दिया, उन्हें दंडित किया जाएगा। मैं चाहता हूं कि कोई भी प्रतिरोध न करे।” रूसी नेताओं ने शनिवार को वैगनर ग्रुप के प्रमुख प्रिगोझिन पर रूसी सरकार के खिलाफ तख्तापलट की साजिश रचने का आरोप लगाया और मॉस्को में सुरक्षा बढ़ा दी और उस व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू की, जिसे कभी पुतिन के शेफ के रूप में जाना जाता था। इस बीच, क्रेमलिन के आलोचक और विपक्षी कार्यकर्ता मिखाइल खोदोरकोव्स्की ने रूसियों से वैगनर सैन्य प्रमुख का समर्थन करने को कहा।