पिछले एक साल से ज़्यादा समय से रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में यूक्रेन को लगातार कई देशों से मदद मिल रही है। हाल ही में फ्रांस और यूके की तरफ से यूक्रेन की बड़ी मदद का ऐलान किया गया है। इससे रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की टेंशन बढ़ सकती है।
यूक्रेन पर कब्ज़ा करने के इरादे से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर रुसी आर्मी ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला कर दिया। पुतिन कुछ ही दिन में यूक्रेन पर कब्ज़ा कर लेना चाहते थे। पर एक साल से भी ज़्यादा समय से चल रहे इस युद्ध में अभी तक पुतिन को वो सफलता नहीं मिली है जो वह चाहते थे। भीषण तबाही और जान-माल के भारी नुकसान के बावजूद अभी भी यूक्रेनी आर्मी डटकर रुसी आर्मी का सामना कर रही है। युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक यूक्रेन को लगातार कई देशों से मदद मिल रही है। हाल ही में फ्रांस और यूके ने रूस के खिलाफ चल रहे इस युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए एक बड़ा ऐलान किया है।
रविवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़े कई पहलुओं पर चर्चा हुई। इसके बाद फ्रांस ने इस युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए उन्हें दर्जनों हल्के टैंक्स और हथियारों से लैस व्हीकल्स देने का वादा किया। फ्रांस इससे पहले भी यूक्रेन को मदद उपलब्ध करा चुका है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति आज यूके के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) से लंदन में मुलाकात करेंगे और युद्ध के कई पहलुओं पर चर्चा करेंगे। इस मुलाकात से पहले यूके की तरफ से भी यूक्रेन की मदद का ऐलान कर दिया गया है। यूके की तरफ से यूक्रेन को एयर डिफेंस के लिए सैंकड़ों मिसाइल्स और लॉन्ग रेंज अटैक ड्रोन्स दिए जाएंगे। यूके इससे पहले भी यूक्रेन की मदद कर चुका है।