लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कपड़ा और फैशन उद्योग में बहुजनों की उपेक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इस क्षेत्र में बहुजन समुदाय का न तो प्रतिनिधित्व है, न ही उनके पास शिक्षा और नेटवर्क तक पहुंच है। उन्होंने इस मुद्दे को समाज में व्याप्त सामाजिक असमानताओं और अन्याय के संदर्भ में बताया। उनका कहना था कि इस स्थिति में काबिल युवाओं को भी उचित अवसर नहीं मिल पाते।
कपड़ा डिजाइन फैक्ट्री का दौरा और बातचीत का वीडियो साझा किया
राहुल गांधी ने अपनी हालिया यात्रा के दौरान एक कपड़ा डिजाइन फैक्ट्री का दौरा किया था। इस दौरे की वीडियो क्लिप उन्होंने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। वीडियो में उन्होंने इस फैक्ट्री से जुड़े एक व्यक्ति से की गई बातचीत का जिक्र किया। राहुल ने बताया कि फैक्ट्री के एक व्यक्ति ने उनसे कहा था, “मैं आज तक कपड़ा डिजाइन के उद्योग में किसी ओबीसी (अवधि में पिछड़ा वर्ग) से नहीं मिला।” यह बात उस युवा व्यापारी ने बताई, जिसने अपनी कड़ी मेहनत और हुनर के दम पर इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है।
हुनरमंद युवाओं की मेहनत का उचित मूल्यांकन नहीं होता
राहुल गांधी ने आगे कहा कि इस युवा के पास सुई और धागे से काम करने का अद्भुत हुनर था, लेकिन उसकी मेहनत की कोई कद्र नहीं की जा रही थी। वह 12-12 घंटे काम करता था, लेकिन उद्योग में उसकी मेहनत और हुनर का उचित मूल्यांकन नहीं हो रहा था। राहुल ने यह भी कहा कि बाकी उद्योगों की तरह कपड़ा और फैशन उद्योग में भी बहुजनों का प्रतिनिधित्व न के बराबर है। उनका कहना था कि यह क्षेत्र उन युवाओं के लिए बहुत ही अवसरहीन बना हुआ है, जो मेहनत करने के बावजूद अपनी स्थिति सुधारने में असमर्थ हैं।
‘काबिल होते हुए भी युवा फंसे हैं अन्याय के चक्रव्यूह में’
राहुल गांधी ने दावा किया कि बहुजन समाज के लोग, जैसे विक्की (जिनसे वह मिले थे), जैसे होनहार युवा, अवसरों की कमी और संविधानिक अन्याय के कारण अपने कार्यों में सफलता पाने के बाद भी उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं। उनका कहना था कि ऐसे काबिल युवा ‘अन्याय के चक्रव्यूह’ में फंसे हुए हैं, जिनका कोई मोल नहीं है। राहुल गांधी ने इसे एक सिस्टम की गलती बताया और कहा कि इन हुनरमंद युवाओं को समाज में उचित स्थान नहीं मिल पा रहा।
राहुल गांधी की लड़ाई: चक्रव्यूह को तोड़ने की
राहुल गांधी ने अपनी इस लड़ाई को सामाजिक न्याय और श्रम के सम्मान के संघर्ष के रूप में पेश किया। उनका कहना था कि इस अन्याय को खत्म करने की जरूरत है, ताकि हर हुनरमंद युवा को अपनी मेहनत का उचित फल मिल सके और वह सिस्टम में अपना स्थान पा सके। उन्होंने कहा, “मेरी लड़ाई इसी चक्रव्यूह को तोड़ने की है – ताकि हर हुनरमंद को सिस्टम में घुसने का रास्ता मिल सके।”
कांग्रेस नेता ने बहुजन समाज के लिए अधिक अवसरों की वकालत की
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा सामाजिक समानता और अधिकारों की रक्षा के लिए काम करती रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर वर्ग के लोगों को उनके हक दिलाने की दिशा में निरंतर संघर्षरत है। राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि कपड़ा और फैशन उद्योग में भी बहुजन समुदाय के युवाओं को अवसर मिलना चाहिए, ताकि उनका हुनर और मेहनत सराहा जा सके।
बहुजन युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के अवसरों की आवश्यकता
राहुल गांधी ने इस पूरे मुद्दे को उठाकर एक बार फिर बहुजन समाज के लिए शिक्षा, रोजगार और समाज में अवसरों की कमी को प्रमुखता से पेश किया। उन्होंने कहा कि जब तक इन युवाओं को उचित शिक्षा और रोजगार के अवसर नहीं मिलते, तब तक वे समाज में अपनी पहचान नहीं बना सकेंगे।