राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष बी.वी. श्रीनिवास के खिलाफ चुनाव अधिकारियों की ड्यूटी में बाधा डालने के मामले में बेंगलुरू के विधान सौध पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने सोमवार को बताया कि, श्रीनिवास ने 23 अप्रैल को बेंगलुरु के एक होटल में आयोजित बैठक के दौरान चुनाव अधिकारियों की तलाशी और निरीक्षण में बाधा डाली। श्रीनिवास ने कथिततौर पर अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया और उनसे बहस करने लगे। वहीं दूसरी तरफ असम पुलिस की एक टीम श्रीनिवास पर लगे उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में उनकी तलाश में बेंगलुरु पहुंची थी। पुलिस ने कहा कि, श्रीनिवास नहीं मिले, इसलिए उन्होंने उनके आवास के दरवाजे पर नोटिस चिपका दिया है और पेश होने के लिए कहा गया है।
बताया जा रहा है कि, सीआरपीसी की धारा 41 (ए) की उप धारा (1) के तहत श्रीनिवास को नोटिस प्राप्त हुआ है। श्रीनिवास को 2 मई को गुवाहाटी में सुबह 11 बजे दिसपुर पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए कहा गया है। उन्हें इस मामले में जांच में शामिल होने और पूर्ण सहयोग करने को कहा गया है। यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी गिरफ्तारी की जा सकती है।
असम युवा कांग्रेस प्रमुख अंगकिता दत्ता ने श्रीनिवास के खिलाफ दिसपुर पुलिस स्टेशन में मानसिक उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है। जिस पर कांग्रेस पार्टी ने ऐक्शन लेते हुए, अंगकिता दत्ता को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। अंगकिता दत्ता ने कहाकि, उन्हें पार्टी से कोई शिकायत नहीं है, बल्कि एक व्यक्ति से है।
अंगकिता दत्ता ने यूथ कांग्रेस अध्यक्ष की शिकायत राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी की थी। दत्ता ने लिखा है कि, बी वी श्रीनिवास कई बार उनसे अपमानजनक शब्दों में बात कर चुके हैं। अंकिता ने यह भी आरोप लगाया है कि, एक महिला को गर्भवती होते हुए भी भारत जोड़ो यात्रा करनी पड़ी और यात्रा बंद करने के लिए उसे अपना पद गंवाना पड़ा।