एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार (10 फरवरी) को लोकसभा में एक भावनात्मक भाषण में देते हुए कहा कि, ‘अयोध्या में राम मंदिर स्थल पर बाबरी मस्जिद हमेशा के लिए मौजूद रहेगी।’
असदुद्दीन ओवैसी ने अपना संबोधन ‘बाबरी मस्जिद जिंदाबाद’ के नारे के साथ खत्म किया। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “मेरा विश्वास है कि मस्जिद अभी भी मौजूद है और उसी स्थान पर रहेगी जहां वह कभी थी। बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। बाबरी मस्जिद जिंदाबाद, भारत जिंदाबाद, जय हिंद।”
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, ”मेरा ईमान कहता है कि जिस जगह पर मस्जिद थी, है और रहेगी, बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी। बाबरी मस्जिद जिंदाबाद, भारत जिंदाबाद, जय हिन्द।”
मेरा ईमान कहता है कि जिस जगह पर मस्जिद थी, है और रहेगी, बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी।
बाबरी मस्जिद ज़िंदाबाद, भारत ज़िंदाबाद, जय हिन्द।
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 10, 2024
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी सरकार किसी विशेष समुदाय, धर्म की सरकार है या पूरे देश की सरकार है? क्या भारत सरकार का कोई धर्म है? मेरा मानना है कि इस देश का कोई धर्म नहीं है। 22 जनवरी के जरिए से, क्या इस सरकार का कोई धर्म है?” क्या आप यह संदेश देना चाहते हैं कि एक धर्म ने दूसरे पर विजय प्राप्त की है?”
उन्होंने कहा कि वह भगवान राम का सम्मान करते हैं लेकिन नाथूराम गोडसे से नफरत करते हैं जिन्होंने महात्मा गांधी की हत्या की थी। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “आप देश के 17 करोड़ मुसलमानों को क्या संदेश देते हैं?…क्या मैं बाबर, जिन्ना या औरंगजेब का प्रवक्ता हूं?…मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं लेकिन मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि उसने उस व्यक्ति की हत्या कर दी जिसके आखिरी शब्द थे हे राम।”