अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। राम मंदिर का काम निर्माण तेजी से हो रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने कहना है कि मंदिर के मुख्य द्वार से एक सुरंग का निर्माण किया गया है जो 800 फुट लंबी है। यह मंदिर की परिक्रमा करने के लिए बनाई गई है। इसके अलावा मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य प्रतिष्ठा समारोह से पहले पूरा करने की योजना पर काम हो रहा है।
राम मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुरंग का निर्माण किया गया है। मंदिर के भूतल पर फिनिशिंग का काम चल रहा है, जो कि समारोह से पहले तैयार हो जाएगा। राम मंदिर में एक साथ 1.50 लाख से अधिक भक्त परिक्रमा कर सकेंगे।
राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मंदिर की परिधि के चारों ओर 800 मीटर लंबी दीवार का निर्माण किया जा रहा है। परिक्रमा के दौरान मंदिर में आने वाले भक्तों के बीच किसी भी तरह के टकराव से बचने के लिए मंदिर के पूर्व में एक लंबी सुरंग मार्ग का निर्माण किया गया है।
उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि क्षेत्र के 2.7 एकड़ क्षेत्रफल में 162 फुट ऊंचे तीन मंजिला भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। इसके निर्माण में राजस्थान के नक्काशीदार पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है। वहीं, 48 फुट ऊंची दीवार बनाई जा रही है। मंदिर के चारों ओर आठ एकड़ की परिधि में भी निर्माण किया जा रहा है।
मिश्रा ने कहा कि सिंह द्वार से मंदिर में प्रवेश करने से पहले पूर्वी दिशा में एक मुख्य द्वार होगा जहां से श्रद्धालु मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे। मुख्य प्रवेश द्वार के बगल में निकास द्वार का भी निर्माण कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि भक्त प्रवेश द्वार के नीचे बनाए जा रहे सुरंग मार्ग से मंदिर में प्रवेश और निकास भी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मार्ग का प्रवेश द्वार कार्यक्रम से पहले तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि गेट के निचले हिस्से पर काम शुरू हो गया है और ऊपरी हिस्से का काम समय सीमा से पहले पूरा हो जाएगा।
5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी और तब से मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। केंद्रीय मंत्री गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि राम मंदिर अगले साल 1 जनवरी तक भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।