रविवार को रामलला के अचल विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में रामदूतों ने बरेली कॉलेज के मैदान से शोभायात्रा निकाली तो शहरवासी इसमें उमड़ पड़े। हर कोई इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए आतुर दिखा। बादल और कोहरे की चादर को चीरकर सूर्य चमक उठे, मानो वह भी इस दृश्य को देखने के लिए लालायित हों।
रामनामी पटका और हाथों में भगवा ध्वज लिए रामदूतों की टोली सड़कों पर निकली। शोभायात्रा में शामिल बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं, सभी ने अपने आराध्य के प्रति समर्पण भाव दिखाया। नेताओं से लेकर आमजन तक सभी ने साथ कदमताल किया। राहगीर भी इसमें शामिल हो लिए। हर कोई रामधुन में मग्न दिखा। रामभक्तों का उत्साह कड़ाके की सर्दी को मात दे रहा था। पीतवस्त्र धारी महिलाएं सिर पर कलश लेकर निकलीं तो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो वह अपने आराध्य की अगवानी के लिए जा रहीं हों। एक के पीछे एक रथ पर सजाईं गईं सुंदर झांकियां लोगों का मन मोह रही थीं।
हजारों रामभक्तों का सैलाब बिहारीपुर खत्रियान स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचा तो पवित्र अखंड ज्योतिपुंज यात्रा भी इसमें सम्मिलित हो गई। श्रद्धालुओं ने इस ज्योति से ज्योति जलाई। शोभायात्रा ने गांधी उद्यान, चौकी चौराहा, पटेल चौक, नावल्टी चौराहा, पुराना रोडवेज, कालीबाड़ी, श्यामगंज होते हुए बरेली कॉलेज गेट पर पहुंचकर विश्राम लिया। रामदूतों का स्वागत करने के लिए जगह-जगह स्टॉल लगाए गए थे। कई स्टॉल पर तोप के आकार की मशीन लगाकर फूल बरसाए गए।