भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राजस्थान में एक पुलिसकर्मी द्वारा एक बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार किए जाने की घटना को लेकर शनिवार को राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा ने कहा कि केंद्र में उसकी सरकार ‘‘बेटी बचाओ’’ में विश्वास करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का मतलब ‘‘बलात्कारी बचाओ’’ है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पुलिस और अन्य सरकारी अधिकारियों की संलिप्तता में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हुए अत्याचार के कई मामलों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि राजस्थान में बलात्कारियों के ‘‘हौसले बुलंद’’ हैं।
राजस्थान के दौसा जिले में शुक्रवार को एक पुलिस उप-निरीक्षक द्वारा एक बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार किया गया।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि बच्ची केवल चार साल की है और एक दलित परिवार से आती है। भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि दोषी व्यक्ति को बचाने और सबूत मिटाने के प्रयासों के बीच विरोध प्रदर्शन के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की गई।
उन्होंने दावा किया कि रक्षक ही भक्षक बन गए हैं क्योंकि राज्य सरकार के पास बलात्कारियों को बचाने में मदद करने के लिए एक “सक्रिय” और संस्थागत व्यवस्था’ है। पूनावाला ने यह आरोप भी लगाया कि कुछ कांग्रेस नेताओं के परिवार के सदस्य महिलाओं के साथ क्रूरता में शामिल रहे हैं। पूनावाला ने कहा, “यह वह गारंटी है जो राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने दी है।”
भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र में उसकी सरकार ‘‘बेटी बचाओ’’ में विश्वास करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का मतलब ‘‘बलात्कारी बचाओ’’ है।
उनके मुताबिक, राज्य में प्रतिदिन 18 से 22 ऐसी घटनाएं सामने आती हैं और महिलाओं एवं दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में राजस्थान नंबर एक बन गया है।पूनावाला ने ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजस्थान में महिलाएं पूछ रही हैं, ‘लड़की हूं बच सकती हूं?’
राजस्थान में सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होना है। वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।