गाजियाबाद । पिछले 7 घंटे से गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहा भारतीय किसान यूनियन का धरना समाप्त कर दिया गया है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने धरना समाप्त करने की घोषणा करते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस ने सभी पहलवानों को रिहा कर दिया है, जिसके बाद धरना समाप्त किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अब 11 जून को शामली के भाज्जू में किसान यूनियन की बड़ी पंचायत होगी जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। आपको बता दे कि ओलंपियन पहलवानों बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट को दिल्ली पुलिस ने रविवार की सुबह हिरासत में लिया था । इसके बाद पुलिस उन्हें शहर के तीन अलग-अलग स्थानों पर ले गई।
दिल्ली पुलिस ने इन प्रदर्शनकारी पहलवालों को उस समय हिरासत में लिया, जब वे जंतर-मंतर से नए संसद भवन की ओर मार्च करने का प्रयास कर रहे थे। साक्षी ने खास बातचीत में कहा कि उन्हें उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी इलाके में ले जाया
गया और उनकी मेडिकल जांच की जा रही है। साक्षी ने कहा, “मुझे बुराड़ी ले जाया गया, मेरा अन्य पहलवानों से संपर्क करना मुश्किल था। उम्मीद है कि सभी ठीक होंगे। हम यहां से जंतर-मंतर जाएंगे और न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रखेंगे।”
इस बीच, पुलिस ने जंतर-मंतर पर लगे टेंट को उखाड़ फेंका, ताकि पहलवान यहां फिर से धरना पर न बैठ पाएं। साक्षी ने कहा, “आज हमारे साथ जो हुआ है, वह सभी ने देखा। कोई भी इसे कभी नहीं भूलेगा। जब हम लड़कियों को दिल्ली में सड़क पर पीटा और घसीटा जा रहा था, तब हमारे प्रधानमंत्री फोटो खिंचवाने में व्यस्त थे।” घटनाक्रम से वाकिफ एक सूत्र ने बताया कि बजरंग पुनिया को मयूर विहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया और विनेश फोगाट को उनकी बहन संगीता फोगाट के साथ कालकाजी थाने ले जाया गया।
पत्रकारों ने इन पहलवानों से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन, उनसे संपर्क नहीं हो सका। दिल्ली पुलिस ने अभी तक विरोध करने वाले पहलवानों के मौजूदा ठिकाने को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले, पहलवान विनेश फोगाट
ने सोशल मीडिया पर कहा कि कई समर्थकों, महिला अधिकार कार्यकर्ताओं और महिला सम्मान महापंचायत के सदस्यों को दिल्ली पुलिस ने नए संसद भवन के बाहर उनके नियोजित विरोध प्रदर्शन से पहले हिरासत में लिया था।
घंटों बाद, फोगाट बहनों, साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और अन्य प्रदर्शनकारी पहलवानों को भी धरना स्थल से हिरासत में ले लिया गया। जंतर मंतर पर शूट किए गए वीडियो में पहलवानों और उनके समर्थकों को एक-दूसरे की रक्षा करने की कोशिश करते हुए दिखाया गया है, जबकि पुलिस उन्हें हिरासत में लेने की कोशिश कर रही थी । पुलिस ने कथित तौर पर जंतर मंतर पर उनके मैट, टेंट और कूलर हटा दिए हैं। सभी सामानों को भी नष्ट कर दिया है।