केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि दिल्ली में चल रहे राइजिंग नॉर्थ ईस्ट निवेशक सम्मेलन 2025 में 4.18 लाख करोड़ रुपये के करार की घोषणा की गई। इस सम्मेलन का उद्घाटन शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के भारत मंडपम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया।
इसका उद्देश्य इस क्षेत्र को अवसरों की भूमि के रूप में स्थापित करना, वैश्विक और घरेलू निवेश को आकर्षित करना और प्रमुख हितधारकों, निवेशकों तथा नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाना है।
सिंधिया ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया, पहली बार पूर्वोत्तर के सभी आठ राज्यों के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम चल रहा है। इसके लिए बेंगलुरु, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता और इंदौर जैसे शहरों में रोड शो आयोजित किए गए। विभिन्न औद्योगिक समूहों के साथ बैठकें की गईं।
उन्होंने आगे कहा, इस प्रयास के परिणामस्वरूप, एक विश्व स्तरीय निवेश शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान 4.18 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों की घोषणा की गई है।
उन्होंने कहा, प्रत्येक राज्य को 20,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले। औद्योगिक समूह के मुखियाओं के साथ, आठ राज्यों के नए उद्यमियों और 50 देशों के राजदूतों ने शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि निवेश प्रोत्साहन के मुख्य फोकस क्षेत्रों में पर्यटन और आतिथ्य, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, हथकरघा और हस्तशिल्प, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा तथा सूचना प्रौद्योगिकी शामिल हैं।