नए कानून BNSS को लेकर यूपी पुलिस को भी नए अंदाज में ढाला जा रहा है, ताकि नए कानून और पुलिस एक साथ कदमताल कर सकें। गिरफ्तारी से इन्क्वायरी में तेजी लाई जा सके और सुबूतों को सुरक्षित किया जा सके। इसकी शुरुआत मेरठ रेंज के जनपदों में स्मार्ट पुलिसिंग से की जा रही है। बुलंदशहर समेत मेरठ रेंज के सभी जिलों को आधुनिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लैस किया गया है।

पुलिस को बनाया मॉडर्न और तेजस्वी

नए कानून BNSS के आने के बाद ई- साक्ष्य एप पर सुबूत को अपलोड करना पड़ता है। इसके लिए मेरठ रेंज की पुलिस को 200 टैबलेट, 47 हैवी ड्यूटी प्रिन्टर दिए गए हैं। जिनमें जनपद मेरठ को 72 टैबलेट व 17 हैवी ड्यूटी प्रिंटर, बुलंदशहर को 61 टैबलेट व 16 हैवी ड्यूटी प्रिन्टर, बागपत को 32 टैबलेट, 07 हैवी ड्यूटी प्रिंटर और हापुड़ को 35 टैबलेट, 07 हैवी ड्यूटी प्रिंटर डीजीपी मुख्यालय से भेजे गए हैं।

दिए गए 2009 मोबाइल फोन

मेरठ, बागपत, बुलंदशहर और हापुड़ पुलिस को 2009 स्मार्टफोन दिए गये हैं। मेरठ को 728, बुलंदशहर को 644, बागपत को 283 और हापुड़ को 354 स्मार्ट फोन प्रदान किए गए हैं। 930 पेनड्राइव, 93 पोर्टेबल हार्ड डिस्क, 47 फोरेंसिक किट बैग एवं जनपद स्तर की फोरेंसिक मोबाइल वैन के लिए लैपटॉप, स्मार्ट फोन,DSLR कैमरा, मिनी रेफ्रिजरेटर दिया गया है।

डीआईजी कलानिधि नैथानी ने बताया कि देश में लागू हुए नए कानून के मुताबिक ई- साक्ष्य ऐप पर सबूतों आदि को अपलोड करने में पुलिसकर्मियों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिलने से काफी मदद मिलेगी। रेंज के पुलिस अफसरों को प्रशिक्षण पर विशेष जोर देने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिलने से जांच में तेजी आएगी, साक्ष्यों का वैज्ञानिक रूप से संकलन होगा। साक्ष्यों को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

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