कांग्रेस-सोरोस लिंक के आरोपों ने गुरुवार को संसद को हिलाकर रख दिया। भाजपा ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाया, जिससे उच्च सदन में हंगामा पैदा हो गई। उच्च सदन में हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे संसदीय परंपरा का सम्मान नहीं करते हैं। सदन के नेता और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस मुद्दे को उठाया और कहा कि देश कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के बीच “रिश्ते” को जानने का हकदार है, जिन पर नरेंद्र मोदी सरकार को अस्थिर करने के लिए भारत विरोधी एजेंडा चलाने का आरोप है।
वहीं, भाजपा ने एक्स पोस्ट में लिखा कि सिर्फ राहुल गांधी ही नहीं, बल्कि उनकी मां व कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी भारतीय अर्थव्यवस्था को चौपट करने और देश को अस्थिर करने के लिए जॉर्ज सोरोस के भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ा रही हैं। जरा सोचिए, जॉर्ज सोरोस-सोनिया गांधी का ये रिश्ता क्या कहलाता है…? दूसरी ओर विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे पर बृहस्पतिवार को ‘देश नहीं बिकने देंगे’ लिखे बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कुछ अन्य दलों के सांसद संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने ‘वी वांट जेपीसी’ के नारे लगाए। उन्होंने मकर द्वार से संसद भवन में प्रवेश करने वाले भाजपा और सहयोगी दलों के सांसदों को तिरंगा और गुलाब का फूल भेंट किया तथा कहा कि ‘देश मत बिकने दें।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और कई अन्य वरिष्ठ नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। विपक्षी सांसद प्रतिदिन अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को संसद में प्रदर्शन करते हुए सत्तापक्ष के सदस्यों को तिरंगा एवं गुलाब का फूल भेंट किया था। रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अभियोग लगाए जाने के बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति से आरोपों की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।