उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में आईटीआई चौकी इंचार्ज सुरजीत सिंह को जूतों से मारनें व बिल्ले नोच लेनें की धमकी देनें वाले खनन माफिया व भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष सहित 14 गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने मामले में आरोपियों की तलाश भी शुरू कर दी है। थाना कादरी गेट की आईटीआई चौकी प्रभारी सुरजीत सिंह ने चैनल पर खबर चलने के बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एफआईआर दर्ज करवाई है।
बता दें कि 20 अगस्त की रात 12 बजे आईटीआई चौकी इंचार्ज सुरजीत सिंह गश्त पर थे। तभी थाने में सूचना मिली कि बेबर रोड़ पर विवाद और फायरिंग हो गयी है। गोली चलने की सूचना पर वह चीता मोबाइल के साथ मौके पर पंहुचे। पुलिस पूंछतांछ कर रही थी की वहां आशीष प्रताप सिंह उर्फ सचिन ठाकुर पुत्र ग्रीश चन्द्र निवासी चिलसरा शमसाबाद व् हाल पता नरायनपुर कादरी गेट अपने साथी भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अमित ठाकुर पुत्र रघुपाल निवासी भुवनपुर ताजपुर अमृतपुर, मनु चतुर्वदी पुत्र विमल निवासी नेकपुर चौरासी, अंशुल मिश्रा उर्फ छतरी पुत्र रुपेश मिश्रा निवासी विजाधरपुर फतेहगढ़ व 8-10 अज्ञात के साथ मौजूद था। प्रभारी निरीक्षक जांच करने आगे चले गये तभी दारोगा ने कहा की झूठी सूचना को सत्य बनाने का प्रयास क्यों कर रहे हो। तो सभी ने मिलकर चौकी इंचार्ज सुरजीत व सिपाहियों को घेर लिया। आरोपियों नें अभद्रता की गाली-गलौज करते हुए जान से मारनें की धमकी दी और सड़क जाम करनें का प्रयास किया, सरकारी कार्य में बाधा पैदा की।
खनन माफिया सचिन ठाकुर ने कहा, ये मुलायम सिह की सरकार नहीं हैं दारोगा जी… ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। मै तुम्हारा भूत बना दूंगा। तुम मुझे जानते नहीं हो जूतों से मारेंगे, तुम्हारे बिल्ले… और शोर शराबा करने लगे। जिससे आम जनता में भय व्याप्त हो गया। दरअसल, सचिन ठाकुर व उसके साथी अवैध खनन का कार्य करते हैं। सचिन ठाकुर पर कई मुकदमें दर्ज हैं। रिपोर्ट में कहा है कि पूर्व में सचिन ने एक तहसीलदार को धमकी दी थी जिसमे वह जेल गया था। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। घटना के समय सिपाहियों नें वीडियो ग्राफी भी की जिसमे सभी सुनाई दे रहा और दिखायी दे रहा है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 147, 504, 506, 186, 336, 353 व आपराधिक कानून (संसोधन) अधिनियम 1932 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमे में नामजद होने पर भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अमित ठाकुर पर पार्टी स्तर से भी कार्यवाही की जा सकती है।
दारोगा ने दर्ज एफआईआर में घटना को 20 अगस्त की रात का बताया है, लेकिन उसके बाद भी कार्यवाही के लिए कतराती रही। मामला मीडिया के संज्ञान में आने पर अधिकारियों नें कार्यवाही के आदेश दिये। दारोगा के साथ अभद्रता में नामजद आरोपियों के घर पुलिस ने बीती रात दबिश भी दी। पुलिस आरोपियों की तलाश में तेजी से जुट गयी है।