उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सामान्य समय से पांच दिन की देरी से बुधवार को दस्तक दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सामान्य तौर पर राज्य में मानसून का आगमन 13 जून को होता है।
आईएमडी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मानसून की दस्तक के साथ ही सोनभद्र, बलिया, मऊ, गाजीपुर आदि सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
इसके अनुसार, अगले दो से तीन दिन में दक्षिण-पश्चिम मानसून के उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में आगे बढ़ने की संभावना है। आईएमडी के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने कहा, ‘‘वर्तमान में पश्चिम बंगाल के गंगा तट के पास स्थित एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र के आने वाले दिनों में पश्चिम-उत्तरपश्चिमी दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है। इस मौसम प्रणाली से 19 जून से उत्तर प्रदेश में बारिश में उल्लेखनीय वृद्धि होने का अनुमान है।’’
सिंह ने कहा, ‘‘19 से 22 जून के बीच राज्य के कई हिस्सों में बूंदाबांदी से लेकर बेहद भारी बारिश की प्रबल संभावना है।’’
पूर्वानुमान के अनुसार 30 जून तक मानसून पूरे राज्य को कवर कर लेगा।
राज्य में मानसून की दस्तक से बुधवार को शुष्क और गर्म मौसम से कुछ राहत मिली।
इस बीच, राज्य सरकार ने निवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी है क्योंकि मानसून के आगमन के साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं।
मौसम विभाग ने भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने के कारण जर्जर इमारतों, कच्चे घरों और झोपड़ियों को संभावित नुकसान की चेतावनी दी है।
राहत विभाग के अधिकारियों के अनुसार जिला प्रशासन को मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर तैयारी और सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
