केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही 100 नये बायोगैस संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। बदायूं में कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र के लोकार्पण समारोह में पहले यहां लखनऊ में केंद्रीय मंत्री पुरी ने संवाददाताओं से कहा कि पिछले सात साल में मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने ‘‘बीमारू राज्य” की श्रेणी से आगे बढ़कर हर क्षेत्र में शानदार काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज बदायूं में कंप्रेस्ड बायो गैस के नये संयंत्र का उद्घाटन होने जा रहा है और राज्य के आठ अन्य जिलों में ऐसे ही नये संयंत्र का शिलान्यास भी किया जाएगा।” पुरी ने कहा, ‘‘अब तक 37 संयंत्र की स्थापना के लिए भूमि चयन आदि की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बड़ा सहयोग मिल रहा है।” एक आधिकारिक बयान के अनुसार बदायूं में लोकार्पित होने जा रहे संयंत्र की विशेषताओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि करीब 135 करोड़ रुपयों के निवेश से 50 एकड़ में विकसित इस संयंत्र में हर दिन लगभग 14 टन कंप्रेस्ड बायो गैस का उत्पादन होगा।
पुरी ने बताया कि यह बायो गैस पराली के निदान के लिए भी अत्यंत उपयोगी है। इससे पहले, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की परिकल्पना के अनुसार बायो गैस बेहतरीन विकल्प है। यह एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में स्मॉग की समस्या का समाधान तो है ही, किसानों की आमदनी बढ़ाने का माध्यम भी है। संवाददाता सम्मेलन में भारत सरकार के पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन ने कंप्रेस्ड बायो गैस संयंत्र की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा दिये जा रहे प्रोत्साहन की जानकारी दी। उप्र सरकार की जैव ईंधन नीति की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उप्र की इस नीति के तहत बायो ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए 20 करोड़ रुपये तक का अनुदान दिए जाने की व्यवस्था है।