यूपी विधानमंडल बजट सत्र 2 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। ऐसे में योगी सरकार 2024- 25 का बजट 5 या 6 फरवरी को सदन में पेश कर सकती है। यह बजट यूपी का अब तक का सबसे बड़ा बजट हो सकता है।लोकसभा चुनाव को देखते हुए बजट का आकार लगभग 7.5 लाख करोड़ रुपये होने की संभावना है। इस दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानसभा मंडप में दोनों सदनों को एकसाथ संबोधित करेंगी। फिलहाल बजट की तारीख और अन्य कार्यक्रम कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में तय होंगे।
बजट से पहले सपा विधानमंडल दल की बैठक गुरुवार को को होगी, जिसमें सदन में सरकार को घेरने की रणनीति पर विचार- विमर्श होगा। वहीं, भाजपा विधानमंडल दल की बैठक भी 1 फरवरी को ही बुलाई गई है। इस बैठक में बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हमलों से निपटने के तौर- तरीकों पर चर्चा होगी।
2 फरवरी से शुरू हो रहे बजट सत्र में भी विपक्षी दल जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार को घेर सकती है। सत्र के दौरान मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल, कांग्रेस समेत अन्य दल कानून व्यवस्था, महंगाई, बेरोजगारी और शिक्षक भर्ती को लेकर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों समेत कई मुद्दे उठा सकती है। इस सत्र के दौरान सदन में खासकर 69000 शिक्षक भर्ती में 6800 भर्ती में नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों का मुद्दा गरमा जा सकता है। इसके अलावा आवारा पशुओं का मुद्दा विपक्ष पुरजोर तरीके से उठा सकता है।
बजट सत्र शुरू होने से पहले एक फरवरी को भाजपा विधानमंडल दल की बैठक लोकभवन सभागार में शाम छह बजे होगी। इसमें भाजपा के साथ ही सहयोगी दलों के विधानसभा व विधान परिषद सदस्यों को भी बुलाया गया है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी विधानमंडल दल की बैठक 1 फरवरी को सुबह 10 बजे विधान भवन स्थित सपा विधानमंडल दल के कार्यालय में बुलाई है। इसमें विधानसभा एवं विधान परिषद के सभी सदस्यों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।