जनपद में माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। इस दफा बोर्ड परीक्षा के लिये जनपद में 50 केन्द्र बनाये गये हैं। इनमें 10 राजकीय विद्यालय, 1 अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय और 30 वित्त विहीन विद्यालय शामिल है। इन परीक्षा केन्द्रों पर 36 हजार 62 छात्र-छात्रायें परीक्षा देंगे। इनमें हाईस्कूल के 21400 एवं इण्टरमीडिएट के 14662 परीक्षार्थी शामिल हैं।
बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिये माध्यमिक शिक्षा परिषद् द्वारा तमाम दिशा-निर्देश दिये गये हैं। परीक्षा पर नजर रखने के लिये जहां एक ओर माध्यमिक शिक्षा विभाग के जनपद से लेकर मण्डल और राज्य स्तर तक के अफसरों को जिम्मेदारियां सौपी गई है तो वहीं जिला प्रशासन के आला अफसर भी परीक्षा को शुचितापूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने की रणनीति बना रहे हैं। पहली बार माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय से भी परीक्षा केन्द्रों की निगरानी की जायेगी। माध्यमिक शिक्षा परिषद के क्षेत्रीय कार्यालय में कण्ट्रोल रूम बनाया जायेगा।
इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक से परीक्षा केन्द्रों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का ब्यौरा मांगा गया है ताकि सभी केन्द्रों से जुड़कर वेब कास्ट से निगरानी की जा सके। इतना ही नहीं परीक्षा केन्द्राध्यक्षों की सूची भी मांगी गई है। अब तक जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय और प्रदेश मुख्यालय स्तर पर निगरानी होती थी, लेकिन अब क्षेत्रीय स्तर के अफसर भी परीक्षा की निगरानी करेंगे। इस बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक ओम प्रकाश का कहना है कि बोर्ड परीक्षा को नकल विहीन सम्पन्न कराने के हरसम्भव प्रयास किये जायेंगे।
बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से शुरू होकर 9 मार्च को सम्पन्न होगी। बोर्ड परीक्षा को निर्विघ्न व शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए पुख्ता इंतजाम किये जा रहे है। बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र डबल लॉक में रखे जायेंगे तो वहीं चौबीस घण्टे परीक्षा केंद्रों की निगरानी की जाएगी। परीक्षा की ऑनलाइन मॉनिटरिंग के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में कंट्रोल यम भी बनेगा। परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्न- पत्रों को रखने के लिए स्ट्रांग रूम बनाये जायेंगे। इसमें प्रश्न- पत्रों को सुरक्षित रखने के लिए डबल लॉक वाली अलमारी का प्रयोग किया जायेगा। यह आलमारी 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगी।