उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विजय कुमार अपनी पत्नी अनुपमा कुमारी के साथ सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली।
लखनऊ में सोमवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में पूर्व डीजीपी विजय कुमार व उनकी पत्नी को विभिन्न दलों के नेताओं के साथ भाजपा की सदस्यता दिलाई गई।
इस मौके पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के भी कई नेता भाजपा में शामिल हो गए।
झांसी के रहने वाले विजय कुमार ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। आईपीएस बने और बतौर पुलिस अधीक्षक पहली पोस्टिंग नवंबर 1989 से नवंबर 1990 तक शाहजहांपुर में रहे। इसके बाद गोरखपुर में एसपी रहे।
ट्रेनिंग का कार्यकाल खत्म हुआ तो बतौर कप्तान विजय कुमार की पहली तैनाती पीलीभीत में हुई। पीलीभीत के बाद विजय कुमार बांदा, महाराजगंज और मुजफ्फरनगर के एसपी रहे। लगभग सवा दो साल गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक भी रहे।
गोरखपुर के साथ-साथ इलाहाबाद और लखनऊ एसएसपी विजय कुमार डीआईजी बने। 2022 में विजय कुमार को डीजी सीबीसीआईडी और डीएस चौहान के रिटायरमेंट के बाद डीजी विजिलेंस का चार्ज दिया गया। फिर यूपी के कार्यवाहक डीजीपी बने।
पीलीभीत के एसएसपी रहते हुए उन्होंने उग्रवादियों का सफाया किया था। इसके लिए राष्ट्रपति ने विजय कुमार को सम्मानित भी किया।