एथेंस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक-दिवसीय यूनान यात्रा के दौरान दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को ‘रणनीतिक भागीदारी’ के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है और रक्षा, उत्पादन तथा आतंकवाद और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के निश्चय के साथ 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।
श्री मोदी ने यहां प्रधानमंत्री किरियाकोस मिचोताकिस के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत के बाद एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री किरियाकोस मिचोताकिस और मैंने आज भारत-यूनान भागीदारी को रणनीतिक भागीदारी के स्तर पर ले जाने का निर्णय किया है। श्री मोदी दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद, आज ही यहां आए। वह प्रधानमंत्री श्री मिचोताकिस के निमंत्रण पर एथेंस की यात्रा पर हैं। वर्ष 1983 के बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री पहली बार यूनान की यात्रा पर आया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और यूनान ने अवसंरचना, कृषि, शिक्षा नयी एवं उभरती प्रौद्योगिकी तथा कौशल विकास के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाकर अपनी रणनीतिक भागीदारी को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने भारत और यूनान रक्षा तथा सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ रक्षा उद्योग के क्षेत्र में भी परस्पर सहयोग बढ़ाने पर बल दिया है।
मोदी ने कहा कि भारत, यूनान क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर एक-दूसरे की भावनाओं को समझते हैं और आदर करते हैं। उन्होंने बताया कि यूनान के प्रधानमंत्री के साथ उनकी बातचीत में आतंकवाद और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुयी है। सुबह एथेंस पहुंचने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया और उन्होंने ‘अज्ञात सैनिकों के स्मारक पर श्रद्धांजलि’ अर्पित की। इसके बाद, उन्होंने मेजबान प्रधानमंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में भाग लिया। दोनों प्रधानमंत्री आज ही दिन में दोनों देशों के व्यवसायियों की संयुक्त बैठक को संबोधित कर रहे हैं।