दिल्ली के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने बुधवार को नाव से यमुना का निरीक्षण किया और कहा कि पिछले 10 दिनों में नदी से 1,300 टन कचरा हटाया गया है। हाल ही में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा द्वारा किए गए प्रमुख वादों में से एक यमुना की सफाई थी। उन्होंने कहा कि हम मौजूदा एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की क्षमता बढ़ाएंगे और नए स्थापित करेंगे ताकि यमुना में आने वाले कचरे को उससे पहले ही उपचारित किया जा सके। औद्योगिक क्षेत्रों में नए एसटीपी लगाए जाएंगे। अगर कोई शिकायत आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रवेश वर्मा ने दावा किया कि हम यह काम दो साल के भीतर पूरा कर देंगे।’ यमुना रिवरफ्रंट का विकास पहले ही शुरू हो चुका है। सभी स्थलों की पहचान कर ली गई है, और कोई भी अतिक्रमण हटा दिया जाएगा। मैं दिल्ली के लोगों से अपील करता हूं कि वे नदी में कूड़ा न फेंकें। उन्होंने कहा कि हमारा प्रस्ताव यहां फेरी चलाने का है, हम इसके लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। अब फेरी केवल एक हिस्से पर ही चलाई जाएगी। केवल एक ही पिक-अप और ड्रॉप पॉइंट होगा। फेरी में एक रेस्टोरेंट भी होगा। हमारा उद्देश्य लोगों को यमुना की ओर आकर्षित करना है।
दिल्ली के शाहदरा के उस्मानपुर क्षेत्र मेंअतिक्रमण विरोधी अभियान से कई लोग खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं। ये वो लोग हैं जिन्हें दशकों पुराने अपने मकान खाली करने के लिए कथित तौर पर सिर्फ एक दिन का नोटिस दिया गया है। अधिकारियों ने दो मार्च को पुराने लोहे के पुल के निकट स्थित इलाके के निवासियों को बेदखली का नोटिस दिया और उन्हें सोमवार तक अपने घर खाली करने को कहा। यमुना सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत मंगलवार और बुधवार को ध्वस्तीकरण अभियान को अंजाम देने की योजना है। कई लोगों के लिए ये घर जीवन भर की यादों, संघर्षों और अस्तित्व का साझा प्रतीक है।