इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मुखिया मौलाना तौकीर के बयान को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में मंगलवार को हिंदू संगठनों ने बरेली में डीएम ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया।
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने 15 जुलाई को विवादित बयान देते हुए कहा था कि वो बरेली में हिंदू युवक-युवतियों का धर्म परिवर्तन कर इस्लाम में प्रवेश कराएंगे और फिर उनकी शादी मुस्लिम लड़के-लड़कियों से कराएंगे। तौकीर रजा के इस बयान के बाद से बवाल जारी है। तमाम हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।
तौकीर रजा द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद हिंदू संगठन बरेली में डीएम ऑफिस पर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोग जिलाधिकारी से मिलने की मांग पर अड़े हुए हैं। वो मौलाना के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इससे पहले मौलाना के बयान पर भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि ऐसे बयान सुर्खियों में आने के लिए दिए जा रहे हैं। राकेश त्रिपाठी ने कहा, “मौलाना तौकीर रजा जानबूझकर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आने की कोशिश करते रहते हैं। ऐसा ही प्रयास उन्होंने फिर किया। धर्मांतरण कराने का ये प्रयास घिनौना और चिंता में डालने वाला है। निश्चित तौर पर ऐसे किसी प्रयास पर सरकार रोक लगाएगी।”
उन्होंने कहा, किसी को लोभ-लालच देकर या बहला-फुसला और डरा-धमका कर अगर धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास हो रहा है तो आप देश की आंतरिक सुरक्षा को खतरा पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा। मौलाना तौकीर राजा की तमाम गीदड़ भभकियां सिर्फ सुर्खियों में आने के लिए होती हैं। उनकी इन बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि 15 जुलाई को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मुखिया मौलाना तौकीर रजा ने धर्म परिवर्तन को लेकर बड़ा दावा करते हुए कहा था कि कई हिंदू लड़के और लड़कियों उनके संपर्क में हैं, जो सनातन धर्म छोड़कर मुसलमान होना चाहते हैं और अपने पसंद के मुस्लिम लड़के और लड़की से शादी करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा था कि ऐसे हिंदू लड़के और लड़कियों की सामूहिक शादी का कार्यक्रम भी घोषित कर दिया गया है। उन्होंने बरेली के नगर मजिस्ट्रेट से आगामी 21 जुलाई को सामूहिक शादी कार्यक्रम आयोजन की अनुमति भी मांगी है।