हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पी.के. अग्रवाल ने बुधवार को कहा कि हरियाणा में सांप्रदायिक हिंसा और झड़पों में बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर की भूमिका की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया जाएगा।
डीजीपी गुरुग्राम में थे और उन्होंने एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित किया। डीजीपी ने कहा, “बजरंग दल के फरार मोनू मानेसर की भूमिका और रैली से पहले सामने आए एक संदिग्ध वीडियो की जांच की जा रही है। नूंह में 41 एफआईआर दर्ज की गई हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि गुरुग्राम और नूंह में स्थिति सामान्य है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों जिलों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
इसके अलावा पुलिस बल की 14 कंपनियां नूंह में तैनात हैं और गश्त की जा रही है।
उन्होंने कहा कि नूंह हिंसा और गुरुग्राम मस्जिद पर हमले के बाद सभी धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
नूंह और फरीदाबाद में बुधवार तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं। डीजीपी ने बताया कि एहतियात के तौर पर सोहना, फरीदाबाद और पलवल जिलों में शैक्षणिक संस्थानों को बुधवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
सोमवार को ब्रज मंडल रैली के दौरान नूंह में भड़के दंगों में दो होम गार्ड, एक मौलवी और तीन अन्य समेत छह लोगों की जान चली गई। नूंह हिंसा गुरुग्राम तक फैल गई।