प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 7-8 जुलाई की यात्रा के बाद दिल्ली लौटने पर मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। इस सिलसिले में BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंत्रियों से चर्चा शुरू कर दी है।
सामान्य तौर पर अध्यक्ष उन मंत्रियों से मुलाकात करते हैं, जिन्हें संगठन में जिम्मेदारी देनी होती है या मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना होता है। नड्डा की आज की मुलाकात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस बार बड़े मंत्रियों की भी छुट्टी होगी। कुछ नेताओं को फोन कर दिल्ली आने को कहा गया है।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कल ही चार प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की और आज सुबह से कैबिनेट मंत्रियों से मिलने का सिलसिला शुरू किया। हालांकि भाजपा ने आज की बैठक को मंत्रिमंडल विस्तार से न जोड़ने को कहा।
नड्डा ने आज अनेक मंत्रियों व पदाधिकारियों से मुलाकात की। आज नड्डा ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कानून मंत्री अजरुन राम मेघवाल, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू, गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रह्लाद पटेल, डा. एसपी एस बघेल ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि से मुलाकात की।
भाजपा सूत्रों के अनुसार गजेंद्र सिंह शेखावत को राजस्थान चुनाव के लिए बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं भूपेंद्र यादव को 2024 के चुनाव प्रबंधन में शामिल किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, पुरुषोत्तम रूपाला को भी संगठन में जिम्मेदारी देने की चर्चा है। सीआर पाटिल को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। उत्तर प्रदेश से भी ब्राह्मण नेता को मंत्री बनाया जा सकता है।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि हरियाणा के लिए किशनपाल गुर्जर, कर्नाटक में शोभा करंदलजे, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष की कमान मनसुख मांडविया को सौंपी जा सकती है। जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी डा. जितेंद्र सिंह को सौंपी जा सकती है। पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान जैसे मंत्रियों को सरकार के साथ संगठन में भी जिम्मेदारी मिलेगी।