कर्नाटक में नए मंत्रियों के बीच पोर्टफोलियो आवंटित किए जा चुके हैं। इसी बीच कर्नाटक से कांग्रेस नेता टीबी जयचंद्र की 7 वर्षीय पोती ने अपने दादाजी को मंत्री बनाने की सिफारिश के साथ पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि दादाजी को मंत्री बनाया जाना चाहिए। 13 मई को घोषित नतीजों में कांग्रेस ने कर्नाटक में जीत हासिल की थी। वहीं, 20 मई को सिद्धारमैया ने मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
7 वर्षीय आरणा संदीप लिखती हैं, ‘प्रिय राहुल गांधी, मैं टीबी जयचंद्र की पोती हूं। मेरे दादाजी को मंत्री नहीं बनाया गया। इस बात से मैं बहुत परेशान हूं। वह बहु मेहनती हैं और लोगों को प्यार करते हैं और उनकी मदद करते हैं इसलिए उन्हें मंत्री बनाया जाना चाहिए।’ खास बात है कि आरणा कक्षा 3 में पढ़ती हैं और वह जयचंद्र के दूसरे बेटे संदीप टीजे की बेटी हैं।
संदीप ने बताया, ‘हम टीवी पर न्यूज देख रहे थे और जब यह पता चला कि उसके दादाजी को मंत्री नहीं बनाया गया, तो वह रोने लगी। उसे शांत कराने के लिए हमने कहा कि उसे राहुल गांधी को पत्र लिखना चाहिए। इस बात को उसने गंभीरता से लिया और एक पत्र लिख दिया।’ उन्होंने बताया कि वह आरणा के साथ अपने पिता के घर गए थे, जहां उनके समर्थकों ने यह पत्र देख लिया और इसकी तस्वीरें ले लीं। वे कह रहे थे कि इसे राहुल को भेजने के बारे में सोच रहे हैं।
कर्नाटक में शनिवार को कांग्रेस सरकार ने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए इसमें एक महिला लक्ष्मी हेब्बलकर और वरिष्ठ विधायक एच के पाटिल सहित 24 मंत्रियों को शामिल किया। इसके साथ ही, राज्य में पार्टी के सत्ता में आने के एक सप्ताह बाद मंत्रिमंडल के सभी 34 मंत्री पद भर दिए गए।
राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने 24 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें से नौ-बी नागेंद्र, मधु बंगारप्पा, लक्ष्मी हेब्बलकर, मंकल वैद्य, डॉ. एम सी सुधाकर, के एन राजन्ना, एन एस बोसराजू, सुरेश बी एस और के वेंकटेश पहली बार मंत्री बनाए गए हैं। शनिवार को शपथ लेने वाले 24 मंत्रियों में 23 विधायकों के अलावा एन एस बोसराजू शामिल हैं, जिन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करके कांग्रेस आलाकमान ने सभी को चौंका दिया है। बोसराजू अभी विधान परिषद या विधानसभा के सदस्य नहीं हैं।