भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के चयन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के एक दिन बाद, मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता (एलओपी) सुवेंदु अधिकारी और पूर्व भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के बीच भाजपा विधायकों की मौजूदगी में समन्वय बैठक हुई। इस बैठक में घोष के भाजपा के नए बंगाल प्रदेश अध्यक्ष बनने की दौड़ में सबसे आगे होने की चर्चा थी। इस बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि वह हमेशा नए खेल खेलने के लिए तैयार हैं और पार्टी द्वारा दी गई ज़िम्मेदारियाँ उठाने के लिए तैयार हैं।
घोष ने कहा कि खिलाड़ी हमेशा नए खेल के लिए तैयार रहता है। इसी तरह, एक राजनीतिक कार्यकर्ता हमेशा नई जिम्मेदारियों के लिए तैयार रहता है। कोई नहीं जानता कि राजनीति में कब क्या स्थिति आ जाए और पार्टी कौन सी जिम्मेदारी दे दे। उन्होंने कहा कि मेरा कोटा पूरा हो गया है। अब पार्टी को फैसला करना है। हालांकि, मैं 2026 से पहले पार्टी द्वारा दी गई कोई भी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं।
नए अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया के बारे में बताते हुए घोष ने विस्तार से बताया कि पार्टी के संविधान के अनुसार हर तीन साल में चुनाव होता है। नए अध्यक्ष का नाम जानने के लिए आपको कुछ दिन इंतजार करना होगा। यह जिला स्तर पर पहुंच चुका है और राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर भी चुनाव होंगे। इसके लिए रिटर्निंग ऑफिसर होते हैं और यह लोकतांत्रिक तरीके से होता है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। मैंने दो पारी पूरी कर ली है। अगर कोई ऐसा व्यक्ति जो 2026 में बंगाल में काम कर सके और बदलाव ला सके, उसे नया प्रदेश अध्यक्ष चुना जाना चाहिए।