आज गुरु पूर्णिमा का त्योहार है। मेरठ में आर्ट ऑफ लिविंग ने गंगानगर स्थित आभा मानव मंदिर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भक्ति एवं सत्संग का आयोजन किया। जिसमें बताया गया कि जो अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है, वह गुरु कहलाते हैं। हमें गुरु चरणों का वंदन एवं पूजन करना चाहिए।
आर्ट ऑफ लिविंग के भक्तों ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आभा मानव मंदिर में बुजुर्गों के सानिध्य में भक्ति एवं सत्संग के साथ हर्षोल्लास में मनाया। गुरु पूर्णिमा गुरु के लिए समर्पित दिन है। इस दिन गुरु चरणों का वंदन एवं पूजन किया जाता है। इसी के साथ गुरु के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है। गुरु का अर्थ होता है, अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाली ऐसी महान आत्मा जिसकी छाया अपने शिष्य पर प्रत्येक क्षण रहती है।
इस दिन का विशेष महत्व यह है कि इस दिन गुरु की छाया में गुरु के पास ज्यादा से ज्यादा समय बिताकर गुरु की महिमा का गुणगान करने से बहुत आध्यात्मिक व आत्मिक आनंद की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर रीता एवं सुनीता ने गुरु पद पूजन यह एवं पूर्णिमा ध्यान कराकर भजन कार्यक्रम की शुरुआत की।
भावमय भक्ति भजनों पर शिव महादेव, मां दुर्गा , श्री गणेश, मां सरस्वती, श्री हरि की उपासना की गई। गुरु महिमा का वर्णन करते हुए गुरु भजन गाए गए। इस मौके पर उपस्थित सभी गुरु भक्तों द्वारा अपने गुरुओं को सम्मानित किया और गुरुओं ने भी अपने भक्तों का सम्मान किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में आभा मानव मंदिर के चेयरमैन एस सी गोविल, ट्रस्टी आभा, कुणाल दीक्षित, विपुल , शरद, डीसी गुप्ता, अरुण, राजीव, अजय मित्तल का विशेष सहयोग रहा।