मेरठ नगर निगम के राजस्व विभाग के अनुचर को एंटी करप्शन की टीम ने पांच हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच टीम को देख कर राजस्व निरीक्षक मौके से फरार हो गया। जिसकी तलाश भी की गई। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका।
एंटी करप्शन की टीम ने पीड़ित की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए देहली गेट थाने में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है। जिससे पूछताछ की जा रही है।
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के वार्ड-79 स्थित किदवई नगर निवासी मोहम्मद जफर का भगत सिंह मार्केट में कपड़ों का फड़ है। कुछ दिनों पहले नगर निगम की और से सर्वे हुआ था। राजस्व निरीक्षक जितेंद्र कुमार और अनुचर मनोव्वर ने दस हजार रुपए प्रतिवर्ष हाउस टैक्स बढ़ाने की बात की। जिसे सुनकर जफर घबरा गया। उसने निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया तो उसने अनुचर से बात करने के लिए बोल दिया। मनोव्वर ने जफर से दस हजार रुपए रिश्वत मांगी। लेकिन सौदा पांच हजार में तय हो गया। जिसके बाद जफर ने एंटी करप्शन टीम से मामले की शिकायत कर दी।
बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने नोटों में केमिकल लगाकर जफर के हाथों से पैसे मनोव्वर को दिलाएं। इसके बाद टीम ने नगर निगम कार्यालय के अंदर से मनोव्वर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इसी बीच राजस्व निरीक्षक जितेंद्र फरार हो गया। एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों का कहना है कि अनुचर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में राजस्व निरीक्षक को भी शामिल किया गया।
एंटी करप्शन की टीम की कार्रवाई के बाद नगर निगम में सन्नाटा छा गया। राजस्व विभाग समेत अन्य विभाग के अधिकारी अपनी सीट छोड़ कर चले गए। इसी बीच एक व्यक्ति और थाने पहुंचा। उसने भी मनोव्वर पर 67 हजार रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
एंटी करप्शन के अधिकारियों का कहना है कि युवक द्वारा लगाए आरोपों के जांच की जाएगी।