उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही वीरों और शहीदों की भूमि भी कहा जाता है। मंगलवार को एक बार फिर देवभूमि का एक और बेटा देश सेवा के लिए शहीद हो गया।
भानियावाला के संगतियावाला गांव निवासी मेजर प्रणय नेगी (36) लेह में हाई एल्टीट्यूड में तैनाती के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण शहीद हो गए। प्रणय नेगी 18 आर्टिलरी बटालियन में मेजर थे। मेजर का पार्थिव शरीर बुधवार शाम तक भानियावाला पहुंचने की संभावना है। शहीद का अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया जाएगा। मेजर प्रणय नेगी के शहीद होने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की और शहीद के परिजनों को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से कामना की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देश की आन, बान और शान की रक्षा के लिए दिया गया प्रणय नेगी का सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने ईश्वर से पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान और शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
दूसरी ओर, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी मेजर प्रणय नेगी के शहीद होने पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने ईश्वर से पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान देने तथा शोकाकुल परिजनों को इस असीम दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार परिवार जनों के साथ खड़ी है।