कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता से मिलने सोमवार को उनके घर पहुंचे। इस मुलाकात के बाद सिद्धू ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘सरकार कोई भी हो… सरकार की पहली जिम्मेदारी है कि लोगों की जान की रक्षा करना। मैं पूछना चाहता हूं कि यहां की सरकार अपराध से रक्षा करती है या अपराध करती है?’ पंजाब के पटियाला स्थित अपने आवास से रवाना होने के बाद सिद्धू दोपहर करीब सवा 2 बजे मानसा स्थित मूसेवाला के गांव पहुंचे। उनके साथ पार्टी के कुछ नेता भी थे। मालूम हो कि बीते शनिवार को ही सिद्धू पटियाला केंद्रीय कारागार से बाहर आए हैं। 1988 के ‘रोडरेज’ मामले में करीब 10 महीने की सजा काटने के बाद उनकी रिहाई हुई।
पटियाला जेल से बाहर आते वक्त पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख से ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल सिंह के बारे में सवाल किया गया था, जो कि 18 मार्च से फरार चल रहा है। सिद्धू ने इस पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने मूसेवाला का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं सिद्धू मूसेवाला के घर जाऊंगा। वहां पर मैं पंजाब की कानून और व्यवस्था की स्थिति के बारे में बातचीत करूंगा।’ नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को ही ट्वीट करके यह बता दिया था कि वह आज मूसेवाला के गांव जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाई बलकौर सिंह के साथ अपनी संवेदना साझा करूंगा।
शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल 29 मई को मानसा में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। वह सिद्धू मूसेवाला के तौर पर लोकप्रिय थे। मूसेवाला दिसंबर 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे, जब सिद्धू पार्टी की पंजाब इकाई के प्रमुख थे। मूसेवाला ने 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर मानसा सीट से लड़ा था, लेकिन हार गए थे। मूसेवाला के माता-पिता अपने बेटे के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। वे पिछले महीने पंजाब विधानसभा परिसर के बाहर धरने पर भी बैठे थे।
पटियाला जेल से बाहर आते ही सिद्धू ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र बेड़ियों में जकड़ा हुआ है और संस्थान गुलाम हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए षड़यंत्र रचा जा रहा है। सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को अखबारी मुख्यमंत्री करार दिया। साथ ही कानून-व्यवस्था व ऋण के मुद्दे पर उनकी सरकार की आलोचना की। सिद्धू के वकील ने कहा था कि जेल में उनके अच्छे आचरण के कारण उन्हें समय से पहले रिहा किया जा रहा है।