रेसलर साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के नौकरी ज्वाइन करने के बाद से खापों और किसान नेताओं की पहलवानों से नाराजगी की खबरें आ रही हैं। इस बीच एक निजी कार्यक्रम में मुरादाबाद पहुंचे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवानों की सरकार से मुलाकात उनकी नॉलेज में थी।
राकेश टिकैत बोले- “साक्षी, विनेश और बजरंग पूनिया ने नौकरी ज्वाइन की है, आंदोलन नहीं छोड़ा है। वो अमित शाह से मिले, ये हमारी नॉलेज में था। नौकरी में रहते हुए जहां लोग तमाम उत्पीड़न सहकर भी खामोश रहते हैं, वहां इन तीनों ने नौकरी में रहते हुए इंसाफ के लिए धरना दिया। ये छोटी बात नहीं है।”
राकेश टिकैत ने कहा कि जिस तरह तीनों खिलाड़ियों ने आंदोलन चलाया, सरकारी नौकरी में रहते हुए वो प्रदर्शन कर रहे हैं, ये बड़े जिगर की बात है। रेसलर्स द्वारा किसान नेताओं और खापों को इस्तेमाल किए जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि रेसलर्स ने खाप और किसान नेताओं का कतई इस्तेमाल नहीं किया है। बल्कि वो अपनी दूसरी जिम्मेदारी निभाने ड्यूटी पर लौटे हैं। टिकैत बोले- वो आखिर अपनी नौकरियां क्यों छोड़ें? अब सरकार इन्हें परेशान करने को इनके दूर – दराज ट्रांसफर कर सकती है।
राकेश टिकैत बोले- ये बेटियों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई है। इससे पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता है। बृजभूषण सिंह के जेल जाने तक ये आंदोलन जारी रहेगा। साक्षी,विनेश और बजरंग ने भी साफ कर दिया है कि वो नौकरी पर लौटे हैं, आंदोलन से कदम पीछे नहीं खींचे हैं। खिलाड़ियों ने ज्वाइन किया है, ज्वाइन करके आंदोलन करना कोई गुनाह नहीं है। इस मामले में अभी तक 100 से अधिक लोगों के बयान दर्ज हो चुके हैं।