मुजफ्फरनगर में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर दिल्ली से पहुंची विशेषज्ञों की टीम ने जनपद में डेरा डाल दिया है। जिले में पहुंची केन्द्रीय नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल टीम ने गांव अथाई पहुंचकर जांच शुरू की।
टीम में शामिल विशेषज्ञों के दल ने मौके से मच्छर और अन्य कीट पतंगों के नमूने लिए। डेंगू मरीजों की हिस्ट्री और उन्हें दिए गए उपचार की भी जानकारी टीम ने ली। इसके अलावा जल-जमाव क्षेत्र की पहचान की गई।
जिले में डेंगू बुखार का प्रकोप जारी है। डेंगू पीड़ितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सरकारी आंकड़ों की बात करें तो गुरुवार शाम तक डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या 210 पर पहुंच गई थी। इस बीच जनपद में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल टीम नगर में पहुंची। जिला सर्विलांस अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि टीम में शामिल चार सदस्यों ने अथाई गांव पहुंचकर जांच शुरू कर दी।
बताया कि जिले में अथाई गांव में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती देखी गई। डेंगू मरीजों के सरकारी और गैर सरकारी आंकड़े अन्य क्षेत्र के सापेक्ष अधिक पाए गए। उन्होंने बताया कि टीम में शामिल मलेरिया इंस्पेक्टर अनिल नेगी और राजकुमार और इंजेक्ट कलेक्टर अमन कुमार और अन्य सदस्यों ने गांव अथाई पहुंचकर सर्वे शुरू किया।
उन्होंने बताया कि टीम में शामिल विशेषज्ञों ने मच्छरों की ब्रीडिंग और उनकी प्रजातियों का आकलन किया। इसके साथ ही ये भी देखा गया कि कोई नई प्रजाति का मच्छर तो क्षेत्र में सक्रिय नहीं हो रहा। इसके अलावा मच्छर के काटने से होने वाले डेंगू जैसी बीमारी के लक्षणों का भी आकलन किया जा रहा है। डेंगू बुखार के जीवन काल और मरीज पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव की भी जानकारी टीम के अधिकारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि टीम जिले में दो दिन रहेगी।