मुजफ्फरनगर में संवेदनहीनता का बड़ा मामला सामने आया है। एक्सीडेंट में घायल युवक को आरोपी कार चालक ने नहर में बहा दिया। पुलिस ने उसे दबोचकर पूछताछ की तो बताया कि अस्पताल ले जाते समय वह घबरा गया था। जिस कारण उसने मनोज को नहर में बहा दिया। सनसनीखेज घटना से क्षेत्र में हंगामा मचा है। पुलिस ने आरोपी कार चालक को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर नहर में युवक की तलाश शुरू कर दी है।
मुजफ्फरनगर में एक हृदय विदारक घटना हुई है। संवेदनहीनता की हद पार करते हुए एक कार चालक ने सड़क एक्सीडेंट में घायल को जिला अस्पताल पहुंचाने के बजाय नहर में बहा दिया। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ बोलने को तैयार नहीं है। सूत्रों के अनुसार थाना छपार क्षेत्र के गांव बसेड़ा निवासी 32 वर्षीय मनोज पुत्र राधेलाल मजदूरी करता है। गुरुवार शाम मनोज सहारनपुर-दिल्ली हाईवे पर रामपुर तिराहा के पास स्टार ढाबे के सामने सड़क पार कर रहा था। उसी दौरान रोहाना की ओर से तेजी के साथ आई एक स्विफ्ट कार ने उसे टक्कर मार दी। कार की टक्कर लगते हैं घायल होकर मनोज सड़क पर गिर गया।
इस दौरान कार रोककर चालक भी बाहर आ गया। लोगों ने उसे घेरा तो चालक ने घायल को अस्पताल ले जाने की बात कहते हुए कार में लिटवा दिया। लेकिन परिजनों को मनोज के बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर चिंता हुई। इसके बाद उन्होंने उसकी गुमशुदगी थाना छपार में दर्ज कराई तो पुलिस ने मामले की जांच शुरू की।
सूत्रों की माने तो पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से कार चालक का पता कर सुबह होते ही उसे दबोच लिया। जिसके बाद उसने सनसनीखेज खुलासा किया। देवबंद के गांव बचिठी निवासी एक व्यक्ति की कार से मनोज का एक्सीडेंट हुआ था। जिसने पुलिस को बताया कि वह घायल मनोज को लेकर अस्पताल जा रहा था तो रास्ते में उसने दम तोड़ दिया था। पुलिस कार्रवाई से घबराकर उसने मनोज को कूटेसरा नहर में फेंक दिया। मनोज की तलाश में पुलिस कार चालक को चरथावल नहर स्थित झाल पर लेकर पहुंची।