मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बाद प्रतिबंधित संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के वायस मैसेज से कैबिनेट मंत्री को भी धमकियां मिलीं हैं। रिकॉर्डेड मैसेज में धमकियां मिलने के बाद उत्तराखंड पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है। पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक, और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश के बीच उत्तराखंड सरकार को धमकियां मिलने के बाद हड़कंप मच गया है।
मालूम हो कि नैनीताल जिले के रामनगर में 29 मार्च से जी-20 (G 20) सम्मेलन प्रस्तावित है। कहा गया कि यदि उत्तराखंड में उनके संगठन से जुड़े लोगों पर केस हुए तो इसके लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। उत्तराखंड के परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री चंदनराम दास को भी धमकियां मिलने के बाद पुलिस और खूफिया विभाग सतर्क हो गया है।
बकौल, परिवहन मंत्री, सिख फॉर जस्टिस के अध्यक्ष गुरुपतवंत सिंह पन्नू के वायस मैसेज से उन्हें दो बार फोन किया गया था।पहली बार रांग कॉल मानते हुए उसे तत्काल काट दिया था । इसके बाद अज्ञात व्यक्ति की ओर से दोबारा फोन किया गया। इसकी जानकारी मंत्री ने सीएम कार्यालय, डीजीपी और एसएसपी को दी।
परिवहन मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के देशविरेाधी तत्वों से देश घबराने वाला नहीं है। ऐसे तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। धमकियां भरे कॉल के बाद यूपी और हिमाचल प्रदेश बॉर्डर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। बॉर्डर पर सघन चेकिंग अभियान भी चलाया जा रह है। संदिग्धों की पहचान की जा रही है। यूपी से बॉर्डर पार कर उत्तराखंड आने वाले लोगों की आईडी भी चेक की जा रही है। उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि सुरक्षा से किसी भी तरह से समझौता नहीं किया जाएगा।
उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सिख फार जस्टिस (एसएफजे) की तरफ से आ रही धमकियों के मद्देनजर सभी जिला प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सख्त निर्देश दिए गए हैं कि संदिग्धों की पहचान की जाए। कहा कि जी-20 बैठक के लिए सुरक्षा में किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिबंधित संगठन सिख फार जस्टिस (एसएफजे) की तरफ से आ रही धमकियों के मद्देनजर सभी जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। एसएफजे ने रामनगर में मंगलवार से शुरू होने वाली जी-20 बैठक को लेकर धमकी दी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जो भी इस प्रकार की चीजें हैं, उसका हमारा प्रशासन देख रहा है। सभी को अलर्ट मोड पर रखा गया है। रामनगर में शुरू होने वाली जी-20 बैठक की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद कि उन्होंने उत्तराखंड को जी 20 की तीन बैठकें दी हैं। कल अहम बैठक होने जा रही है जो राउंड द टेबिल होगी।
विदित है कि एसएफजे की तरफ से रविवार को यकायक मोबाइल फोन पर रिकार्डेड आवाज में धमकी दी जा रही है जिसमें कहा जा रहा है कि रामनगर भी खालिस्तान का हिस्सा है और इस बैठक में हिस्सा न लें। वहीं, संगठन के पदाधिकारियों पर मुकदमे दर्ज करने पर मुख्यमंत्री को भी धमकी दी है। इस बैठक में देश-विदेश के लगभग 100 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।