त्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में बीते दिनों एक साजिद नामक शख्स का अधजला शव खेतों में पड़ा मिला था। घरवालों का आरोप था कि पुरानी रंजिश के चलते  पड़ोसियों द्वारा उसकी हत्या की गई है। अब पुलिस ने इस मामले में सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि साजिद का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी आमना ने प्रेमी सुमित उम्र 25 साल संग मिलकर किया था। फिर उसके शव को फिर पेट्रोल डालकर जला दिया था। 

तफ्सील से जाने पूरा मामला 
दरअसल, साजिद की पत्नी आमना का प्रेम प्रसंग पेशे से मिस्त्री सुमित के साथ चल काफी लंबे समय से चल रहा था। इन दोनों के प्रेम प्रसंग की भनक साजिद को लग गई थी। यही वजह थी कि आमना और सुमित ने मिलकर साजिद को रास्ते से हटाने का फैसला किया। पुलिस पूछताछ में आमना और सुमित ने बताया कि उन्होंने 16 फरवरी की रात साजिद को चाय व खाने में नींद की गोलियां मिलाकर दी थीं। जिसके बाद उसके सिर पर रिंच आदि से वार कर उसकी हत्या कर दी। फिर साजिद के शव पर पेट्रोल डालकर उसे जला दिया। बता दें कि पुलिस ने सुमित के कब्जे से लोहे की रिंच, एक प्लास्टिक की बोतल, 6 नींद की गोलियां और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।  

ग्राम प्रधान एंड फैमिली पर लगाया हत्या का आरोप  
मृतक साजिद के परिजनों ने ग्राम प्रधान भोला यादव एंड फैमिली पर उसकी हत्या का आरोप लगाया था। परिजनों ने आरोप लगाया था कि साजिद की पत्नी का अपहरण कर गैंगरेप किया गया था। इस मामले में साजिद गवाह था। ग्राम प्रधान भोला यादव एंड फैमिली उसे कोर्ट में पेश न होने की धमकी दे रहे थे। जब साजिद ने उनकी बात नहीं मानी तो आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी। ऐसे में पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। 

साजिद की पत्नी की कॉल डिटेल से हुआ हैरान करने वाला खुलासा
पुलिस की पूछताछ में ग्राम प्रधान भोला यादव और उसके साथियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला। जिसके बाद पुलिस ने साजिद की पत्नी आमना की कॉल डिटेल निकलवाई। जिससे पता चला कि साजिद की पत्नी सुमित के नंबर पर लगातार कॉल करती थी। साजिद की मौत के बाद भी दोनों टच में थे। फिर क्या था पुलिस ने आमना और सुमित को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। 

मामले को सुलझाने के लिए लगाई गई थी पुलिस और सर्विलांस की टीम 
आपको बता दें कि कि पूरा मामला मैनपुरी के बिछवां थाना क्षेत्र का है। इस मामले को सुलझाने के लिए बिछवां थाना पुलिस और सर्विलांस की टीम को लगाया गया था। जब टीम ने गहनता के साथ जांच पड़ताल की तो यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आमना और सुमित ने पहले से ये प्लान बनाया हुआ था कि ग्राम प्रधान और उसके परिवार को इस मामले में फंसा देंगे क्योंकि पहले से परिवार से साजिद की रंजिश थी और कोर्ट केस भी चल रहा था। 

2022 में दर्ज कराया था सामूहिक बलात्कार का मुकदमा 
गौरतलब हो कि 2022 में आमना ने भोला यादव और उसके बेटों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया था। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज था। हालांकि, पुलिस ने आरोपों को झूठा मानते हुए दिसंबर 2022 में कोर्ट में अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी थी। लेकिन आमना कोर्ट के फैसले से असंतुष्ट थी। उसने अपने पति के माध्यम से कोर्ट में विरोध याचिका दायर की थी। जिसके बाद से मामला अभी भी विचाराधीन था। इस मामले की अगली सुनवाई 20 फरवरी, 2025 को होनी थी। आमना अपने पति से इस बात को लेकर नाखुश थी कि उसका पति कोर्ट में विरोध याचिका को आगे बढ़ाने में अनिच्छुक है। आमना का मानना ​​था कि वह कोर्ट में उसका साथ नहीं देना चाहता। इस मुद्दे को लेकर तनाव ने साजिद की हत्या में भूमिका निभाई।

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