लंदन के कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी की स्पीच पर देश में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा सांसद राहुल गांधी की लोकसभा में सदस्यता निलंबित करने की मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर सकते हैं। जहां राहुल गांधी अपने बयान पर लोकसभा में सफाई देने की इच्छा जता रहे रहे हैं। दूसरी ओर भाजपा ने राहुल गांधी पर हमले तेज कर दिए हैं। राजनाथ समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के बयान को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को माफी तो मांगनी ही होगी। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी राष्ट्र विरोधी टूलकिट का एक स्थायी हिस्सा बन गए हैं।
शुक्रवार को एएनआई ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हवाले से बताया, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पार्टी देश-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। राष्ट्र द्वारा बार-बार खारिज किए जाने के बाद राहुल गांधी अब इस राष्ट्र-विरोधी टूलकिट का एक स्थायी हिस्सा बन गए हैं।” नड्डा ने “भारत के आंतरिक मामलों में दूसरे देश के हस्तक्षेप की मांग करने” पर राहुल गांधी से उनकी मंशा के बारे में सवाल किया।
नड्डा ने कहा, “राहुल गांधी, जब आप भारत के आंतरिक मामलों में किसी दूसरे देश के हस्तक्षेप की मांग करते हैं तो आपका क्या इरादा है?” भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “ऐसे समय में जब भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन रहा है और यहां जी20 की बैठकें हो रही हैं। राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश और संसद का अपमान कर रहे हैं।”
इस बीच, गुरुवार को लगातार चौथे दिन भी संसद में गतिरोध जारी रहा और सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दल अपने-अपने रुख पर कायम रहे। भाजपा ने ब्रिटेन में की गई टिप्पणी पर राहुल गांधी से माफी की मांग की। जबकि विपक्षी सदस्यों ने अडानी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने का दबाव बनाया।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में लंदन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान को संबोधित करते हुए कहा था, “हर कोई जानता है और यह बहुत खबरों में है कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है और इस पर हमले हो रहे हैं। हमे संसद में बोलने नहीं दिया जाता। जब हम बोलते हैं तो माइक बंद कर लिया जाता है।”