केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार भारत से मादक पदार्थों की समस्या को जड़ से समाप्त करेगी और देश के जरिये नशीले पदार्थों की तस्करी नहीं होने दी जाएगी।
‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग व अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस’ पर अपने वीडियो संदेश में शाह ने कहा कि गृह मंत्रालय ने नाकरेटिक्स (मादक पदार्थों) के खिलाफ ‘कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति’ अपनाई है और उसके सफल परिणाम दिखने लगे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमारा संकल्प है कि हम भारत में मादक पदार्थों का किसी तरह का व्यापार नहीं होने देंगे और ना ही भारत के माध्यम से विश्व में कहीं नशीले पदार्थों को जाने देंगे।’ शाह ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से हम सब नशे की समस्या को जड़ से मिटाने में सफल होंगे और ‘मादक पदार्थ मुक्त भारत’ का लक्ष्य हासिल करेंगे। जब तक मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में जीत नहीं मिलती, हम आराम से नहीं बैठेंगे।’’
शाह ने कहा, ‘यह मादक पदार्थ मुक्त भारत के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को झलकाता है।’ शाह ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ यह सफलता मुख्य रूप से प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘संपूर्ण सरकार’ के प्रयासों के तहत मिली है जिसके तहत अलग-अलग विभागों के समन्वय से नीतियां और प्रभावी बनाई जाती हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि मादक पदार्थों के खिलाफ इस मुहिम में देश की सभी प्रमुख एजेंसियां, विशेषकर एनसीबी निरंतर अपनी जंग जारी रखे हुए है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को सशक्त बनाने के लिए गृह मंत्रालय ने 2019 में एनकॉर्ड (राष्ट्रीय मादक पदार्थ समन्वय पोर्टल) की स्थापना की थी एवं हर राज्य के पुलिस विभाग में मादक पदार्थ रोधी कार्य बल (एएनटीएफ) का गठन किया गया था जिसका पहला राष्ट्रीय सम्मेलन अप्रैल 2023 में दिल्ली में हुआ।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मादक पदार्थों के विरुद्ध इस व्यापक और समन्वित लड़ाई का ही असर है कि जहां 2006-13 में 768 करोड़ रुपए के नशीले पदार्थ जब्त हुए थे, वहीं 2014 से 2022 के बीच यह जब्ती लगभग 30 गुना बढ़कर 22 हजार करोड़ रुपए की हो गई।
उन्होंने कहा कि इसी तरह नशे का व्यापार करने वाले लोगों के विरुद्ध 2006 से 2013 की अवधि की तुलना में 2014 से 2022 के बीच 181 प्रतिशत अधिक मामले दर्ज किए गए।
शाह ने कहा कि जब्त किए मादक द्रव्यों के दुबारा उपयोग को रोकने के लिए जून 2022 में उन्हें नष्ट करने का अभियान चलाया गया। अस अभियान के तहत अब तक देशभर में लगभग 6 लाख किलोग्राम जब्त मादक पदार्थों को नष्ट किया जा चुका है।