कैश फॉर क्वेरी मामले में तृणमूल कांग्रेस की नेता महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता शुक्रवार को रद्द कर दी गई। इस मामले को लेकर सियासत तेज है। इसी बीच पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इसे मां काली का श्राप बताया है। उनका कहना है कि महुआ को ‘मां काली का अभिशाप’ लगा है।
मीडिया से बात करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “सदस्यता रद्द होना देवी के शाप का परिणाम है क्योंकि मोइत्रा ने मां काली को मांस खाने वाली, शराब स्वीकार करने वाली देवी बताया था।” टीएमसी नेता ने यह बयान इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022 के दौरान दिया था।
उन्होंने आगे कहा कि महुआ ने पत्रकारों को भी दो कौड़ी का बताया था। उन्होंने विदेशी लोगों से अपना संसद का पासवर्ड शेयर किया जो देश की सुरक्षा के नजरिए से बहुत घातक है। सीबीआई को इस मामले की जांच करनी चाहिए।
इससे पहले महुआ की सांसदी जाने पर सुवेंदु अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट डाल कर महुआ को नसीहत दी थी। महुआ की पुरानी वीडियो क्लिप पोस्ट करते हुए अधिकारी ने लिखा, “साधारण मनुष्य अपनी सीमाओं को जानता है, ईश्वर का जिक्र करते समय निंदात्मक शब्दों का प्रयोग न करें। आपके पास उसे छोटा करने की क्षमता नहीं है, लेकिन उसका क्रोध आपको पूरी तरह से नष्ट कर सकता है।”
Mere mortal know your limitations, don’t use slanderous words while referring to the Divine.
You don’t have the capacity to belittle Her, but Her Rage can Raze you completely.Jai Maa Kali 🙏🏻#Cash_for_Query @ANI @PTI_News @republic @IndiaToday @TimesNow @CNNnews18 @htTweets… pic.twitter.com/My8zRb5jbK
— Suvendu Adhikari • শুভেন্দু অধিকারী (@SuvenduWB) December 8, 2023
इस वीडियो में महुआ कह रही हैं कि सबके लिए अपने-अपने भगवान को देखने का नजरिया अलग होता है। सभी अलग तरह से पूजा करते हैं। मेरे लिए मां काली एक शराब स्वीकार करने वाली देवी हैं।
सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी उनका (महुआ) समर्थन करेंगी, क्योंकि वो और टीएमसी भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के पक्ष में हैं। महुआ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, इसलिए ममता उनका साथ देती हैं।
आपको बता दें, महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगा था। ये आरोप बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाया था। साथ ही महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के साथ अपना संसद का लॉगइन आईडी और पासवर्ड शेयर करने का आरोप था। जिसका इस्तेमाल कर के हीरानंदानी ने महुआ की तरफ से सवाल पूछे थे। लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच में महुआ को इन आरोपों का दोषी पाते हुए उनकी सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी। जिसके आधार पर उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई।
जुलाई 2022 के दौरान डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर जमकर बवाल हुआ था। पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इस बवाल के बीच महुआ ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2022 के दौरान कहा,”काली के कई रूप हैं। मेरे लिए काली का मतलब मांस और शराब स्वीकार करने वाली देवी है। लोगों की अलग-अलग राय होती है, मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है।”
महुआ के इस बयान पर खूब विरोध हुआ था। जिसके बाद पार्टी ने इससे किनारा कर लिया था। पार्टी ने कहा था कि महुआ द्वारा मां काली पर की गई टिप्पणी उनके निजी विचार हैं।