कानपुर जिले से मां की ममता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां पर कलयुगी मां ने अपने ही हाथ से मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी।
मृत अवस्था में बेटे को पाया पिता
दरअसल, पति ने पत्नी से पूछा बेटा कहां है तो महिला ने बताया अपने दादा के पास सो रहा है, पति उसे जगाने के लिए लिए बोला तो पत्नी बोली सो रहा है उसे मत जाओ पति नहीं माना। बोला वह रात से भूखा है उसे जगाकर दूध पिला दे, यह बात बोला कर उसे जगाने के लिए चला गया। उसके बाद देखा तो बेटा मृत अवस्था में अपने दादा के पास पड़ा था।
गला दबाकर की थी हत्या
घटना रविवार रात की है। हत्या के बाद महिला ने मासूम के शव को अपने ससुर के पास ले जाकर लिटा दिया। सोमवार सुबह जब पिता सुशील यादव ने बेटे को दूध पिलाने के लिए उठाया, तो वह मृत मिला। बच्चे की आंखें खुली हुई थी और वह बेसुध पड़ा था। मौके पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि महिला अपने प्रेमी के साथ भागने के कुछ दिन बाद घर लौटी महिला मनीषा यादव ने अपने चार साल के बेटे अनिरुद्ध की हत्या कर दी। बच्चे के गले में बांधे काले धागे से कसकर दबा दिया।
पुलिस जांच और कबूलनामा
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मनीषा से पूछताछ की। डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि महिला ने अपने बेटे की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले भी दो बच्चों की मौत
परिजनों ने बताया कि डेढ़ साल पहले मनीषा के दो और बच्चों – दो साल की बेटी और एक साल के बेटे अनुराग – की भी रहस्यमयी हालात में मौत हो चुकी है। उस वक्त मनीषा ने कहा था कि उसे पता नहीं चला कि बच्चों की मौत कैसे हुई। परिवार ने माना कि सर्दी से बच्चों की जान गई होगी।
प्रेमी के साथ भागी थी महिला
मनीषा की शादी सात साल पहले फतेहपुर के गाजीपुर असोथर गांव से हुई थी। कुछ समय से वह गांव के एक युवक के साथ अवैध संबंधों में थी। 16 अप्रैल को वह घर से बिना बताए प्रेमी के साथ भाग गई थी। छह दिन बाद 22 अप्रैल को थाने में समझौता हुआ और वह वापस घर लौटी थी। परिजनों का आरोप है कि मनीषा ने यह हत्या प्रेमी के साथ मिलकर की है।
