महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति के प्रचंड बहुमत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर नौ दिन से जारी सस्पेंस समाप्त हो गया है। सूत्रों ने बताया कि 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री होंगे जबकि शिवसेना के एकनाथ शिंदे और एनसीपी के अजित पवार उपमुख्यमंत्री बनेंगे।
सूत्रों के अनुसार, निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भाजपा आलाकमान की बात मानकर सीएम की कुर्सी छोड़ने के लिए तो तैयार हो गए थे, लेकिन नाराजगी के कारण मंत्री बनने के मना कर रहे थे। आखिरकार भाजपा नेता गिरीश महाजन की मध्यस्थता के बाद वह डिप्टी सीएम बनने के लिए राजी हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, शिंदे को शहरी विकास और लोक निर्माण विभाग जैसे बड़े मंत्रालय दिए जा सकते हैं जबकि अजीत पवार को वित्त मंत्रालय मिलने की संभावना है।
गिरीश महाजन की मुलाकात और शिंदे गुट के सांसदों के आग्रह के बाद महायुति का संकट सुलझ पाया है।
सूत्रों ने बताया कि शिंदे मंगलवार दोपहर ठाणे से मुंबई स्थिति वर्षा बंगले पर जाएंगे और अगले तीन दिन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाएंगे।
मंगलवार दोपहर तक महायुति के नेता आजाद मैदान जाकर मुआयना करेंगे जहां 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होना है।
इससे पहले आज दिन में भाजपा ने महाराष्ट्र विधायक दल की बैठक के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया था कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार 5 दिसंबर को शाम पांच बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा। प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
पीएम मोदी के अलावा समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के शीर्ष नेता और भाजपा शासित राज्यों के तमाम मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की संभावना है।
राज्य विधानमंडल का शीतकालीन सत्र 16 से 24 दिसंबर तक होने की संभावना है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में ‘महायुति’ गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है। महायुति में शामिल भाजपा ने 132, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने 41 सीटों पर जीत हासिल की है।