यूपी के अयोध्या स्थित हनुमंगढ़ी के महंत राजूदास ने एक वीडियो जारी कर उनकी ओर से महिलाओं पर किए गए अमर्यादित टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। हालांकि, बीते दिन यानी रविवार को जारी एक दूसरे वीडियो में महंत राजूदास ने पहले के वीडियो को एडिट किया हुआ बताया था। वहीं, समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि जब वह उस वीडियो को एडिट किया हुआ बता रहे हैं, तो उन्हें माफी मांगने की क्या जरूरत थी। नेताओं ने कहा कि उन्हें अब कार्रवाई का डर सताने लगा है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या पर जूता फेंकने के मामले में अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजूदास का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने भविष्य में अखिलेश यादव को जूते से पीटे जाने की बात कही थी। इसके विरोध में सपा नेता व समाजवादी पार्टी के समर्थक सड़क पर उतर आए थे। पूर्व मंत्री तेज नारायन पांडेय पवन ने भी एक बयान जारी कर उन्हें बीमारी से ग्रसित बताया था। सपा समर्थकों ने एसएसपी से शिकायत कर महंत राजूदास के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की थी। इसके बाद एक दूसरे वीडियो में महंत राजूदास ने महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी किया तो विरोध में समाजवादी पार्टी की महिला सभा ने शनिवार को पुलिस को तहरीर देकर राजूदास के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की। इधर, बीते दिन यानी रविवार को महंत राजूदास बैकफुट पर आ गए। उन्होंने जारी किए अपने नए वीडियो में मां-बहनों से माफी मांगी और विवादित वीडियो को एडिट किया हुआ बताया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा था।
बीते दिन रविवार को सिविल लाइन स्थित एक होटल में समाजवादी पार्टी की महिला सभा की जिलाध्यक्ष सरोज यादव व महानगर अध्यक्ष अपर्णा जायसवाल ने प्रेसवार्ता कर पुलिस प्रशासन के पर आरोप लगाया कि राजूदास पर कार्रवाई नहीं कर रही है। समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव ने कहा कि एसएसपी राजकरन नैय्यर ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, साथ ही आज सोमवार सुबह मिलने का समय दिया है। उनसे मिलने के बाद अगली रणनीति तय की जाएगी।