महाकुंभ में मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को पहला अमृत स्नान शुरू है। कड़ाके की ठंड में आस्था का सैलाब उमड़ा है। कुंभ मेला क्षेत्र दिव्य सजावट और भव्य तैयारियों से जगमगा उठा है। चारों ओर आध्यात्मिकता का प्रकाश और धर्म की गूंज है।

आचार्य महामंडलेश्वर व मंडलेश्वर भव्य रथ पर आसीन हैं। ढोल-बाजे के साथ संतों के रथ घाट की तरफ बढ़ने लगे हैं। सबसे पहले श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा के संतों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई।

नागा साधु हाथों में तलवार-त्रिशूल, डमरू और पूरे शरीर पर भस्म-भभूत लगाकर निकले। घोड़े-ऊंट और रथ पर सवार होकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए नागा साधु संगम पहुंचे। तलवारें और गदा लहराते हुए दौड़े और संगम में डुबकी लगाई।

आज यानी 14 जनवरी को सनातन धर्म के 13 अखाड़ों के संत क्रमबद्ध तरीके से त्रिवेणी संगम में अमृत स्नान करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर महाकुंभ की तस्वीरें साझा की हैं और लिखा कि यह हमारी सनातन संस्कृति और आस्था का जीवंत स्वरूप है। आज आस्था के महापर्व ‘मकर संक्रांति’ के पावन अवसर पर महाकुंभ-2025, प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर प्रथम अमृत स्नान कर पुण्य अर्जित करने वाले सभी श्रद्धालुओं का अभिनंदन।

मकर संक्रांति पर अमृत स्नान करने के बाद महानिर्वाण अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञान पुरी ने कहा कि यहां बहुत भीड़ है, लेकिन सब कुछ जिस तरह से प्रवाहित होता है, वह अद्भुत है।

महाकुंभ का पहला अमृत स्नान जारी है। लोगों के आने और जाने के रास्ते निर्धारित हैं। भीड़ को सही तरीके से संचालित किया जा रहा है।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “सभी अखाड़ों को अमृत स्नान के लिए समय दिया गया है। सभी अखाड़े एक के बाद एक पवित्र डुबकी लगा रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “हम घाट पर सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर आए थे। हमारा स्नान शुरू होने जा रहा है। हम 40 मिनट में स्नान के बाद घाट खाली कर देंगे। उसके बाद श्रद्धालुओं के स्नान के लिए पूरी व्यवस्था हैं। आज बहुत भव्य-दिव्य कुंभ होने जा रहा है। यहां गंगा किनारे सभी साधु-महात्मा यहां बैठे हुए हैं।

आज हमारा यह मानना है कि इंद्रदेव ने भी अमृत वर्षा की है। मैं यहीं कहूंगा कि इस बेला पर जो भी कहीं भी डुबकी लगाएगा, चाहे गंगा या यमुना में, उसको बहुत पुण्य लगेगा। यह हमारा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि आज 144 साल के बाद ऐसा पर्व आया है। मैं सभी से स्नान करने की अपील करता हूं।”

मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान के दिन एसएसपी कुंभ मेला राजेश द्विवेदी ने कहा, “सभी अखाड़े अमृत स्नान के लिए आगे बढ़ रहे हैं। स्नान क्षेत्र तक जाने वाले अखाड़ा मार्ग पर पुलिस के जवान तैनात हैं। अखाड़ों के साथ पुलिस, पीएसी, घुड़सवार पुलिस और अर्धसैनिक बल भी मौजूद हैं।

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