मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित कोलकाता, मुंबई आदि शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को सुबह एक साथ छापेमारी की है। इस छापे के बाद कई राज्यों में हड़कंप मच गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 417 करोड़ की प्रापर्टी भी फ्रीज की है और जब्त कर ली है। अधिकारियों ने भारी मात्रा में नकद और ज्वैलरी भी बरामद की है।
प्रवर्तन निदेशालय अधिकारियों के मुताबिक भोपाल, कोलकाता, मुंबई सहित कई शहरों में महादेव एप से जुड़े मनी लांड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ यह तलाशी अभियान चलाया था। इस तलाशी के दौरान 417 करोड़ की संपत्ति को फ्रीज और जब्त किया गया है। खबर लिखे जाने तक कई शहरों में तलाशी अभियान जारी था। अधिकारियों ने तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक साक्ष्य भी बरामद किए हैं।
ऐसी जानकारी भी मिल रही है कि छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल महादेव आनलाइन बुक के मुख्य प्रवर्तक हैं और दुबई से इसका संचालन कर रहे थे। इसमें कहा गया है कि महादेव आनलाइन बुक का सेंट्रल हेड आफिस यूएई है और अपने सहयोगियों को 70 फीसदी से 30 फीसदी का लाभ अनुपाद पर पैनल या शाखाओं की फ्रेंचाइजी देकर इसे चलाया जा रहा था।
यह भी जानकारी मिल रही है कि गिरफ्तार किए गए छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक ने मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े उच्च अधिकारियों और नेताओं को प्रभावित करने के लिए सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार के साथ अपने संबंधों और दुबई स प्राप्त हवाला धनराशि का इस्तेमाल किया।