नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने शुक्रवार को कहा कि विशाल डिजिटल बुनियादी ढांचे के साथ भारत डिजिटल दुनिया में सबसे बड़ी प्रयोगशाला बन गया है, जहां कोई भी बड़े पैमाने पर प्रयोग कर सकता है।
यहां ‘इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस’ (आईएसबी) में अपने मुख्य भाषण में उन्होंने कहा कि देश के 2047 तक 30 लाख करोड़ अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है जो अमेरिका और चीन की अर्थव्यवस्थाओं के वर्तमान आकार को पार कर जाएगी।
उनके अनुसार हालांकि पिछले दस सालों में हर हफ्ते एक विश्वविद्यालय और दो कॉलेज खोले गए, लेकिन सिर्फ 29 प्रतिशत लोग ही विश्वविद्यालयों में दाखिला लेते हैं।
उन्होंने कहा, “भारत डिजिटल दुनिया की सबसे बड़ी प्रयोगशाला बन गया है। एक ऐसी प्रयोगशाला जहां आप ऐसे पैमाने पर प्रयोग कर सकते हैं, जो कहीं और असंभव और अकल्पनीय है, शायद संयुक्त राज्य अमेरिका को छोड़कर। शायद हम कई कारणों से उनसे आगे भी निकल जाएं।”